Alcohol Side Effects: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में हमारी दिनचर्या बिगड़ती ही जा रही है. इन सबके बीच तनाव (Stress) ने लोगों को घेर लिया है.  इस कदर हावी हो गया है कि लोग शराब या दूसरा नशा करके अपनी थकान मिटाते हैं. इतना ही नहीं पार्टी और मौजमस्ती के नाम पर शराब का होना तो मानो अनिवार्य हो गया है. वहीं, सर्दियों में ठंड से बचने के लिए शराब का सेवन बढ़ जाता है. शराब पीने वालों की मानें तो इससे शरीर में गर्मी बनी रहती है. ऐसे में अगर शराब ज्यादा पी लें तो लोगों का दिमाग घूमने लगता है. आपको पता है कि ऐसा क्यों होता है. अगर नहीं जानते तो आइए हम आपको बताते हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दरअसल, शराब का नियमित सेवन, नींद पूरी न होना, जरूरत से ज्यादा तनाव लेना और खराब डाइट के कारण नशीले पदार्थों का असर हमारे शरीर पर बढ़ता जाता है. शराब का सेवन सीधा हमारे दिमाग पर असर डालता है. अगर शराब की लत पड़ जाए या ज्यादा मात्रा में सेवन किया जाए तो सोचने समझने की क्षमता धीरे-धीरे कम हो जाती है. इतना ही नहीं हमारी इम्यूनिटी भी कमजोर होने लगती है. साथ ही हमारा मस्तिष्क समय से पहले बूढ़ा होने लगता है.


शराब दिमाग के इस हिस्से पर डालता है असर
दरअसल, शराब का ज्यादा सेवन हमारे दिमाग के न्यूरॉन पर सीधा असर डालता हैं. इससे हमारे मस्तिष्क की गतिविधियों को नियंत्रित करने वाले न्यूरॉन धीरे-धीरे नष्ट होने लगते हैं, जिससे ब्रेन में न्यूरॉन की संख्या में भी कमी आती है.


याद्दाश्त पर असर डालती है शराब
आपको बता दें कि जब हम ज्यादा शराब का सेवन करते हैं, तो दिमाग पर इसका गहरा असर होता है. जिससे हमारी सोचने समझने की शक्ति घट जाती है. इस वजह से हम सही ढंग से ध्यान केंद्रित नहीं हो पाता हैं. अगर लंबे समय तक सेवन किया जाए, तो दिमाग का संतुलन भी बिगड़ सकता है. फिर क्या याद्दाश्त भी जाने लगती है.


ब्रेन फंक्शन में आती है रुकावट
वहीं, अगर इस मामले में विशेषज्ञों की मानें, तो शराब का अत्यधिक सेवन हमारे दिमाग के कॉग्निटिव फंक्शन पर गहरा प्रभाव होता है. जानकारी के मुताबिक ब्रेन कॉग्निटिव फंक्शन (Brain Cognitive Function) हमारे मेन्टल रिएक्शन से होती है. इससे हमारा दिमाग बड़ी आसानी से कोई जानकारी लेना, साझा करना, विकसित करना और उसे स्टोर करने जैसे काम करता है.


दिमाग खोता देता है कंट्रोल
विशेषज्ञों की मानें तो अधिक समय तक शराब पीने से हमारा खुद के दिमाग पर कंट्रोल में नहीं रहता. इससे हमें बोलने में परेशानी के साथ ही और भी कई चीजों को फेस करना पड़ता है. वहीं, मनोभ्रंश (dementia) की समस्या के चलते हमें फैसले लेने में भी काफी मुश्किलें आने लगती हैं. इस वजह से दुर्घटना होने की संभावना बढ़ जाती हैं.


सीमित मात्रा में करें शराब का सेवन 
कहते हैं न की एक मात्रा में कोई चीज लें तो फायदेमंद होता है. लोगों का कहना है कि कुछ ऐसा ही शराब के साथ भी है. ऐसा कहा जाता है कि अगर सर्दियों में सीमित मात्रा में शराब का सेवन किया जाए, तो ये सेहत को नुकसान नहीं पहुंचाता. वहीं, रम गले की खराश को आराम देता है. शराब का सेवन करने वालों की मानें तो, सर्दियों में शराब हमारे शरीर को गर्म रखती है. वहीं, रम तो शरीर के तापमान बढ़ा देती है, इससे सर्दी नहीं लगती.


सर्दी-जुकाम में भी कारगर
अगर आपको सर्दी-जुकाम है, तो इस बीमारी में भी रम काफी फायदेमंद है. इसकी थोड़ी सी मात्रा गले की खराश मिटा देती है. इसके सेवन से बेहतर महसूस करते हैं. ऐसा कहा जाता है कि रम सर्दी, जुकाम की समस्या को भी खत्म कर देता है. दरअसल, इसमें शक्तिशाली जीवाणुरोधी गुण (Antibacterial Properties) होते हैं. इसके असर से मौजूद वायरस खत्म हो जाते हैं.


मांसपेशियों की समस्या असरदार
अगर आप मसल्स में खिंचाव महसूस कर रहे हैं, या मांसपेशियों में रुक-रुककर अकड़न या दर्द हो, तो रम काफी फायदेमंद होता है. दरअसल, रम मांसपेशियों पर असर डालता है और इसे सुन्न कर देता है. इससे हमें दर्द कम होता है.