लखनऊ: यूपी के गन्ना किसानों के लिए अच्छी खबर है. आगामी लोकसभा चुनाव से पहले प्रदेश की योगी सरकार की गन्ना किसानों को तोहफा देने की तैयारी है. जल्द ही गन्ना मूल्य में 15 से 25 रुपये प्रति कुंतल बढ़ाने का फैसला कर सकती है. बता दें कि अब तक उत्तर प्रदेश सरकार ने अभी तक 2023-24 सत्र के लिए गन्ने का राज्य परामर्श मूल्य (SAP) घोषित नहीं किया है. जानकारी के मुताबिक चालू पेराई सत्र के लिए जल्द राज्य परामर्श मूल्य (SAP) का ऐलान किया जा सकता है. 


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बता दें कि 2024 यानी इस साल लोकसभा चुनाव हैं, कीमतों को लेकर राष्ट्रीय लोक दल समेत कई विपक्षी दल कीमतों को बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. सूबे की योगी सरकार चुनाव से पहले विपक्ष को कोई मौका नहीं देना चाहेगी. गन्ना किसानों के साथ ही चीनी मिल भी कीमत को लेकर चिंतित हैं.  इसी को लेकर  मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में राज्य परामर्शित गन्ना मूल्य निर्धारण संस्तुति समिति की शुक्रवार को बैठक हो चुकी है. इसमें गन्ना किसानों ने पैदावार लागत बढ़ने के चलते मूल्य बढ़ाने की मांग की. वहीं चीनी मिल एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने तमाम दिक्कतें बताते हुए दाम को यथावत रखने की बात कही.


मिलों को भी मिल सकती है राहत
इसके अलावा चीनी मिलों को भी योगी सरकार से राहत मिल सकती है. गन्ना मूल्य में बढ़ोतरी के चलते पड़ने वाले व्यय भार को कम करने के लिए भी सरकार की ओर से मिलों को एक से दो रुपये परिवहन भाड़े में राहत दे सकती है. बता दें कि गन्ने का मूल्य निर्धारित न होने के चलते किसान मिल की जगह कोल्ड व खंडसारी इकाइयों को गन्ना दे रहे हैं. इसमें उनको 360 से लेकर 400 रुपये प्रति क्विंटल का भाव मिल रहा है. 


7 साल में 35 रुपये बढ़े दाम
गौरतलब है कि किसानों की ओर से गन्ने की SAP को बढ़ाए जाने की मांग की जा रही है. 2016-17 में योगी सरकार के सत्ता में आने के बाद से गन्ने की कीमत में प्रति क्विंटल के हिसाब से 35 रुपये की बढ़ोत्तरी हुई है. पहले के 305-315 से बढ़कर अब 340-350 रुपये प्रति क्विंटल कीमत हो गई है. प्रदेश में आखिरी बार वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले सरकार ने गन्ना मूल्य बढ़ाकर 340 और 350 रुपये प्रति कुंतल घोषित किया था.