लखनऊ : अक्सर न्यायालनीय कार्यों से लेकर कई प्रशासनिक काम में ई-स्टांप की जरुरत पड़ती है. ई स्टांप बेचने की जिम्मेदारी स्टाक होल्डिंग कॉरपोरेशन के पास है. कॉरपोरेशन को आधा फीसदी कमीशन मिलता है. इसमें से जीएसटी हटाने के बाद कॉरपोरेशन स्टांप उद्यमी को 100 रुपये के स्टांप पर 23 पैसा कमीशन दे रहा है.


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अब स्टांप स्टांप उद्यमी बनाने की दिशा में उत्तरप्रदेश में बड़ी पहल हो रही है. स्टांप एवं पंजीयन विभाग स्टांप को वेंडरों के दायरे से बाहर निकालकर पोस्ट ऑफिस तक पहुंचाने के बाद अब युवाओं को इससे जोड़ने जा रहा है. इसके लिए लाइसेंस प्रक्रिया को सरल किया गया है. यूपी सरकार की इस कवायद की वजह से  5400 लोग 'स्टांप उद्यमी' बन चुके हैं.


स्टांप उद्यमी बनाने का उद्देश्य


स्टांप एवं पंजीयन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रवीन्द्र जायसवाल के मुताबिक युवाओं को स्टांप के जरिये उद्यमी बनाने की कवायद की गई है. इसके लिए विभाग ने अभियान शुरू किया है 'आओ उद्यम करें'.  उन्होंने कहा कि अभी स्टांप बेचने का लाइसेंस पाना बेहद जटिल है. पुलिस व एलआईयू जांच के बाद भी कई स्तर से गुजरने के बाद लाइसेंस जारी किया जाता है. इसे आसान बनाते हुए केवल आधार कार्ड और स्व प्रमाणपत्र देना होगा. स्व प्रमाणपत्र को शपथपत्र के रूप में देना होगा कि आवेदक के खिलाफ किसी तरह का कोई केस दर्ज नहीं है और न किसी आपराधिक मामले में वांछित है. इस प्रक्रिया के बाद एडीएम फाइनेंस को 48 घंटे के भीतर लाइसेंस देना होगा. स्टांप उद्यमी को घर, दफ्तर, दुकान या कहीं से भी स्टांप बेचने की इजाजत होगी. 


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12 से 50 हजार कमा रहे प्रति माह
ई स्टांप बेचने की जिम्मेदारी स्टाक होल्डिंग कॉरपोरेशन के पास है. कॉरपोरेशन को आधा फीसदी कमीशन मिलता है. इसमें से जीएसटी हटाने के बाद कॉरपोरेशन स्टांप उद्यमी को 100 रुपये के स्टांप पर 23 पैसा कमीशन दे रहा है. एक लाख रुपये के स्टांप बेचने पर 230 रुपये उद्यमी को दिए जा रहे हैं. आमदनी के इस नए माध्यम को लेकर युवा भी आकर्षित हो रहे हैं. यही वजह है कि एक महीने में 5400 स्टांप उद्यमी बन चुके हैं. बताया जा रहा है कि औसतन 12 हजार से 50 हजार रुपये महीना बिना लागत लगाए स्टांप उद्यमी कमा रहे हैं. जल्द योगी सरकार सहकारी समितियों को इस अभियान से जोड़ेगी. हर जिले में इनकी संख्या न्यूनतम 50 से 100 है.