Etah News: उत्तर प्रदेश में विद्युत उपभोक्ताओं की तरह-तरह की समस्याएं होती हैं. इसके निराकरण के लिए बिजली विभाग ने 'विद्युत समाधान सप्ताह' शुरू किया है. यह सप्ताह आगामी 19 सितंबर तक चलेगा. इसलिए आप इस योजना का तत्काल लाभ उठाएं. अपने बिजली बिल या अपने बिजली कनेक्शन से जुड़ी अन्य शिकायतों का निराकरण करा सकते हैं.


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आपको बता दें उत्तर प्रदेश में 'विद्युत समाधान सप्ताह' शुरू हो गया है. इस योजना के तहत यूपी के प्रत्येक जनपद में कैंप लगाया जाएगा. हर पावर हाउस पर सुबह लगभग 8 बजे से शाम 8 बजे तक कैंप लगाए जा रहे हैं. ताकि बिजली से जुड़ी समस्याओं का तत्काल निस्तारण किया जा सके.


विद्युत वितरण निगम दक्षिणांचल के प्रबंध निदेशक ने दी जानकारी
इस मामले में विद्युत वितरण निगम दक्षिणांचल के प्रबंध निदेशक आईएएस अधिकारी अमित किशोर ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि एटा सहित 21 जिलों में विद्युत समाधान सप्ताह, जर्ज़र विद्युत तारों को बदलने की योजना और बिजली रहित मजरों में शीघ्र बिजली पहुंचाने की सौभाग्य फेज 3 योजना के बारे में बताया.


बिजली की समस्याओं का कराएं समाधान
दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर 12 तारीख से 19 तारीख तक विद्युत समाधान सप्ताह मनाया जा रहा है और इसके तहत सोमवार सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक हर बिजली घर पर  अधिकारी मौजूद रहेंगे. जहां इच्छुक उपभोक्ता बिजली से संबधित शिकायतों को दर्ज करा सकते हैं. इसके अलावा घरेलू बिजली बिल में किसी तरह कमी या गलती हो, तो उसका भी समाधान किया जाएगा. 


बकाया बिजली बिल जमा करने की हो रही अपील
इस मामले में विद्युत विभाग के अधिकारी ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि हम उन लोगों को प्रेरित कर सकें. इसके लिए विद्युत समाधान सप्ताह का व्यापक प्रचार प्रसार भी किया जा रहा है. 


जर्जर तारों को भी बदलने पर होगा काम
विभागीय अधिकारियों की माने तो बिजली के जर्ज़र तारों को बदलने की भारत सरकार और राज्य सरकार की योजना है. इसके लिए 'आरडीएसएस रीवैम्प डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम' है. जिसके अंतर्गत दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम में इसके लिए विशेष योजना बनाई जा रही है. उन्होंने बताया कि  दक्षिणांचल में कुल 21 जिले आते हैं. इन जिलों में 4 हजार करोड़ की लागत से आर्मर्ड केबिल लगाए जाएंगे, एरियर बंच केबिल लगेगी. जहां भी हमारे तार जर्ज़र हैं उन्हें बदला जाएगा. इसके अलावा एटीएनसी लॉस को भी कम किया जाएगा. 


प्रबंध निदेशक ने दी जानकारी
इस मामले में ज्यादा जानकारी देते हुए प्रबंध निदेशक ने बताया कि एटा में लगभग 187 करोड़ रुपये के बजट से सर्कुलेशन के सिस्टम को सुधारा जाएगा. जिसमें जर्ज़र तार चेंज होंगे. इसके अलावा इसका दूसरा फेज भी है, जो मॉर्डनाइजेशन का है. इसके तहत नए बिजली घर बनाए जाएंगे. इसके अलावा ट्रांसफॉर्मर्स की क्षमता भी बढ़ाई जाएगी. वहीं, सौभाग्य योजना के तहत एटा में 299 ऐसे मजरे हैं, जो पार्शियली इलेक्ट्रिफाइड हैं. फिलहाल, उनके सर्वे का काम पूरा हो गया है. इसमें डिस्कॉम द्वारा लगभग साढ़े पांच सौ करोड़ का डीपीआर बनाकर भेजा है. जिसमें एटा और बुंदेलखंड के जिले शामिल हैं.


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