UPI पेमेंट पर ग्राहकों को देना होगा चार्ज! एनपीसीआई ने बताया प्री पेड वॉलेट पर किसको और कितना देना होगा शुल्क
UPI Transaction Charges: हाल ही में भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने एक सर्कुलर जारी किया. इसके बाद खबरें आईं कि यूपीआई के तहत भुगतान करने पर शुल्क देना होगा. इन खबरों के बाद यूपीआई से भुगतान करने वाले परेशान हो गए थे.
UPI Transaction Charges: यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस यानी यूपीआई (UPI) के तहत लेनदेन करने वालों के लिए जरूरी खबर है. हाल ही में भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने एक सर्कुलर जारी किया. इसके बाद खबरें आईं कि यूपीआई के तहत भुगतान करने पर शुल्क देना होगा. इन खबरों के बाद यूपीआई से भुगतान करने वाले परेशान हो गए. इस पर एनपीसीआई ने स्थिति साफ कर दी है. एनपीसीआई के मुताबिक, यूपीआई पर भुगतान करने पर कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं देना होगा.
एनपीसीआई ने स्थिति को स्पष्ट किया
बता दें कि देश में यूपीआई की देखभाल करने वाली संस्था एनपीसीआई ने बुधवार को ट्विवटर पर नोट जारी कर कहा कि यूपीआई उपभोक्ताओं को भुगतान पर कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं देना होगा. ऐसी खबरें चल रही थीं कि यूपीआई पर 2000 रुपये से ऊपर के भुगतान पर सरचार्ज देना होगा. अब NPCI ने साफ कहा है कि उपभोक्ताओं को ऐसा कोई अतिरिक्त चार्ज नहीं देना होगा.
पीपीआई पर शुल्क लेने का है प्रस्ताव
एनपीसीआई ने कहा है कि केवल प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट्स (PPI) पर प्रस्तावित शुल्क लागू किया जाएगा. इससे खाते से खाते के बीच होने वाले लेनदेन पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एनसीपीआई ने कहा है कि 2000 रुपये अधिक की राशि के लिए पीपीआई का इस्तेमाल करने से लेनदेन मूल्य का 1.1 फीसदी शुल्क के रूप में देना होगा. यह व्यवस्था एक अप्रैल से लागू होगी.
क्या है पीपीआई (PPI)
बता दें कि पीपीआई (PPI) एक तरह का डिजिटल वॉलेट है, जो उपभोक्ताओं को अपने पैसे स्टोर करने की सुविधा देता है. पेटीएम और फोन पे जैसी कंपनियां पीपीआई का विकल्प मुहैया कराती हैं. वहीं, इंटरचेंज शुल्क पेमेंट सर्विस देने वाली कंपिनयों द्वारा वॉलेट जारीकर्ताओं जैसे कि बैंकों को दिया जाने वाला शुल्क है.
बैंक टू बैंक लेनदेन करने वाले अधिक
एनपीसीआई ने कहा है कि 99.9 फीसदी लोग यूपीआई के जरिए लेनदेन एक बैंक खाते से दूसरे बैंक खाते के लिए करते है. ऐसे लेनदेन प्रस्तावित शुल्क के दायरे में नहीं आएंगे. एनपीसीआई के मुताबिक, इसका आम उपभोक्ताओं पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है.
क्या हैं नए नियम
दरअसल, एनपीसीआई ने कहा कि यूपीआई से पेमेंट पर पुरानी व्यवस्था जस की तस है. इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है. 2000 तक के पेमेंट पर अभी भी कोई चार्ज नहीं है. यानी कि बैंक अकाउंट से किसी अन्य बैंक खाते में की गई पेमेंट पर कोई चार्ज नहीं है. लेकिन प्रीपेड वॉलेट के जरिए की गई UPI पेमेंट पर मर्चेंट को चार्ज देना होगा. ऐसे ग्राहकों की संख्या बहुत कम है.
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