मयंक राय/लखनऊ: कृषि सुधार काननू के मुद्दे पर सोमवार को कांग्रेस पार्टी का प्लान पूरे उत्तर प्रदेश में विरोध प्रदर्शन करने का था. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस को कड़े शब्दों में निर्देशित किया था कि प्रदेश में कानून व्यवस्था के साथ किसी भी तरह की लापरवाही वह बर्दाश्त नहीं करेंगे. लखनऊ पुलिस सीएम के निर्देशों को गंभीरता से लेते हुए विरोध प्रदर्शन शुरू होने से पहले ही कांग्रेस के बड़े नेताओं को हाउस अरेस्ट कर दिया. कांग्रेस कार्यकर्ता व पार्टी प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू सड़क पर थे तो अन्य बड़े कांग्रेसी नेता अपने घरों में नजरबंद.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

योगी सरकार में खुला अतीक के गुनाहों का दस्तावेज, लंबित 13 मुकदमों में माफिया का बयान दर्ज 


दबा नही सकते आवाज: आराधना मिश्रा 
कांग्रेस नेता सदन आराधना मिश्रा उर्फ मोना मिश्रा ने कहा योगी सरकार ने पुलिस के दम पर हमें घर मे कैद कर दिया. मेरे पिता प्रमोद मिश्रा को और मुझे प्रदर्शन में शामिल नही होने दिया गया. आज सुबह से ही कई पुलिस कर्मी घर के बाहर तैनात कर दिए गए. इतना ही नहीं हम घर से बाहर न निकल पाएं इसलिए पुलिस के कुछ अधिकारी घर के अंदर भेजे गए जो हमे बाहर नहीं निकलने दे रहे थे. लोकतंत्र में इस तरह हाउस अरेस्ट किया जाना उचित नहीं है.



मथुरा श्रीकृष्ण जन्मभूमि केस: ''श्रीकृष्ण विराजमान'' की याचिका पर 30 सितंबर को होगी सुनवाई


डरने वाली नही है कांग्रेस: प्रमोद तिवारी
पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रमोद तिवारी ने कहा कांग्रेस इस तरह हाउस अरेस्ट किए जाने से डरने वाली नहीं है. आखिर कब तक हमें जनता की आवाज उठाने से रोका जाएगा. कांग्रेस के तमाम कार्यकर्ताओ ने सड़क पर आकर दिखा दिया है कि वे डरने वाले नहीं हैं. किसानों के साथ कृषि सुधार कानून के नाम पर किया जा रहा अत्याचार पार्टी बर्दाश्त नही करेगी. प्रमोद मिश्रा ने कहा कि ये लोकतंत्र का गला घोंटने की कोशिश है, जिसे प्रदेश की जनता देख और समझ रही है. 2022 के चुनाव में जनता भाजपा को जवाब देगी.



WATCH LIVE TV