Paper leak in UP: उत्तर प्रदेश सरकार ने पेपर लीक की लगातार घटनाओं को देखने के बाद एक्शन लेना शुरू कर दिया है. आपको बता दें कि यूपी में कई भर्ती परीक्षाओं में बड़े बदलाव किए गए हैं, जो जल्द ही लागू होंगे. इसके बाद अन्य भर्ती संस्थान भी इस व्यवस्था को अपनाएंगे. कई लेयर के डिजिटल लॉकर में प्रश्न पत्र रहेंगा. हर भर्ती के लिए दो अलग-अलग प्रश्नपत्र बनाने के साथ-साथ उनकी प्रिंटिंग भी दो अलग-अलग प्रेस में होगी. ओएमआर शीट भी एबीसी नहीं मल्टीप्ल श्रृंखला में होगी, इसलिए ओएमआर बदलने की संभावना नहीं होगी. उत्तर प्रदेश सरकार ने नई गाइडलाइन तैयार की है.


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डिजिटल लॉक में रहेंगे प्रश्न पत्र
दरअसल, पेपर लीक के मामले बढ़ने के बाद से प्रश्न पत्रों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. डिजिटल लॉकर में प्रश्न पत्र रहेंगा जिसके बॉक्स की टेंपरिंग आसान नहीं होगी. बता दें कि दोनों प्रिंटिंग प्रेस से प्रश्न पत्र डिजिटल लॉक वाले लोहे के बॉक्स में निकाले जाएंगे और फिर जिलों के कोषागार में रखे जाएंगे. जिसके बाद कोषागार से इन्हें बॉक्स में केंद्र तक पहुंचाया जाएगा. केंद्रों पर निर्धारित प्रक्रिया के अंतर्गत बॉक्स से पेपर के पैकेट निकल जाएंगे. परीक्षा से 30 मिनट पहले दो अभ्यर्थी की मौजूदगी में पैकेट खोले जाएंगे. केंद्रों पर प्रश्न पत्र खोले जाने की प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिंग भी कराई जाएगी ताकि हर बात का सबूत रहे. 


अफसर की भूमिका
आपको बता दें कि प्रश्न पत्र तैयार होंने से लेकर छपाई तक हर स्तर पर बदलाव किए गए हैं, ताकि पेपर लीक होने से बचा जाए. इस पूरी प्रक्रिया में अफसर की भूमिका भी स्पष्ट रहेगी. नए निर्देशों के अनुसार, प्रत्येक भर्ती परीक्षा के प्रत्येक पाली के लिए कम से कम दो प्रश्न पत्र बनाए जाएंगे. दोनों प्रश्न पत्रों को अलग-अलग प्रिंटिंग प्रेस में छापना होगा. परीक्षा शुरू होने से पांच घंटे पहले निर्धारित किया जाएगा कि कौन सा प्रश्नपत्र उपयोग में लाया जाएगा. प्रश्नपत्र के हर सेट में मल्टीप्ल अंकों वाली कम से कम आठ सीरीज होंगी. एबीसीडी श्रृंखला में प्रश्नपत्र नहीं होंगे. हर सेट में, नकल की आशंका को दूर करने के लिए प्रश्नों के क्रम और जवाब के विकल्प बदल जाएंगे.


एंटी पेपर लीक कानून 
केंद्र सरकार ने पहले भी एंटी पेपर लीक कानून बनाया था. जिसमें पेपर लीक करने वालों को सख्त सजा और जुर्माना मिलता है. हाल में हुआ नीट 2024 का विवाद अभी भी चर्चा में है. वहीं, उत्तर प्रदेश में कई नौकरी की परीक्षाएं रद्द कर दी गईं. सरकार को एंटी पेपर लीक कानून लागू करने पर विपक्ष ने निशाना साधा है, जो पेपर लीक होने के बाद सजा देगा. पेपर चोरी होने से नहीं बचेगा.