लखनऊ: उत्तर प्रदेश अब कोरोना से लड़ने के लिए पूरी तरीके से तैयारी में जुट गया है. राज्य के शहरी इलाकों के बाद अब ग्रामीण क्षेत्रों में वैक्सीनेशन की तैयारी शुरू हो गई है. इसके लिए शासन की तरफ से माइक्रो प्लानिंग भी की जा चुकी है. प्रदेश के 75 जिलों में से 2 जिलों (लखनऊ और कानपुर देहात) को छोड़ दिया जाए तो सभी जिलों के हर ब्लॉक में कंट्रोल रूम बना दिए गए हैं. इसके अलावा 59 जिलों के सभी ब्लॉकों में ब्लॉक टास्क फोर्स भी बन कर तैयार हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ये भी पढ़ें: नरेश टिकैत का बयान- कमल के फूल वाले किसान लगाएं जुबान पर लगाम, वरना गांवों में नो एंट्री


74 जिलों में तैयार हैं फ्रंटलाइन वर्कर्स
शामली जिले के अलावा सभी 74 जिलों के ब्लॉक्स में ऑपरेशनल गाइडलाइन के तहत फ्रंटलाइन वर्कर्स की ब्लॉक स्तरीय ट्रेनिंग पूरी की जा चुकी है. इसके साथ ही वैक्सीन को सुरक्षित तरीके से ब्लॉक मुख्यालयों तक पहुंचाने और वहां भी उसे पूरी तरह से सुरक्षित रखने की व्यवस्था की गई है. इसके लिए कूल चेन सिस्टम का इस्तेमाल करने की तैयारी है.


पहले फ्रंटलाइन वर्कर्स को लगेगी वैक्सीन
विभागीय अधिकारियों के अनुसार कोरोना के वैक्सीनेशन के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में ब्लॉक मुख्यालयों पर व्यवस्था पक्की है. यहां आसपास के गांव वालों को वैक्सीन लगाई जाएगी. शहरी क्षेत्रों की ही तरह ब्लॉकों में भी फ्रंटलाइन वर्कर्स को पहले वैक्सीन लगाई जाएगी. इसके बाद 50 साल की उम्र से ज्यादा के लोग, जो किसी न किसी बीमारी से ग्रसित हैं, उन्हें अलग-अलग तारीखों पर वैक्सीनेशन सेन्टर पर बुलाया जाएगा.  उनके लिए तैयार की गई लिस्ट के आधार पर उनका टीकाकरण किया जाएगा.  


ये भी पढ़ें: हज हाउस घोटाले में आजम खां को फंसाया जा रहा, हाथरस में अब न्याय की उम्मीद- अखिलेश यादव


प्रोटोकॉल का पालन कर लगेगी वैक्सीन
शहरों की तरह गांवों के भी वैक्सीनेशन सेंटर 3 कमरों के होंगे, जिनमें वैक्सीनेशन के सारे प्रोटोकॉल का पालन करते हुए चुने गए लोगों को टीका लगाया जाएगा. ब्लॉक टास्क फोर्स की जिम्मेदारी होगी कि कार्यक्रम को सफलता के साथ पूरा किया जाए. इसके साथ ही ब्लॉक कंट्रोल रूम को निर्देश दिए गए हैं कि कोई भी समस्या आने पर उसका तत्काल रूप से निस्तारण किया जाए और अपनी पूरी क्षमता के साथ काम करे.  


WATCH LIVE TV