UP News: अमेरिका दुनियाभर को हथियार सप्लाई करता है लेकिन अब यूपी अमेरिका को हथियार सप्लाई करेगा. जी हां, हम बात कर रहे हैं वेब्ले 455 रिवॉल्वर की. दरअसल यूपी अमेरिका को इन्हीं रिवॉल्वर का निर्यात करेगा. इसके लिए यूपी में जल्द ही इन रिवॉल्वर का निर्माण कार्य शुरू होगा. खास बात ये है कि ऐसा 100 साल बाद होने जा रहा है. इस रिवॉल्वर को बनाने के लिए स्याल मैन्युफैक्चरर प्राइवेट लिमिटेड के साथ एक करार हुआ है.


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इससे पहले यह रिवॉल्वर इंग्लैंड में बनती थी. अमेरिका ने हाल में इस रिवॉल्वर के 10 हजार पीस का ऑर्डर दिया है जो कि भारत में बनने हैं. अमेरिका के अलावा साउथ अमेरिका, ब्राजील और यूरोप के अन्य देशों से भी ऑर्डर मिले हैं. आइए आपको इस रिवॉल्वर की विशेषता बताते हैं-


1. इस रिवॉल्वर का वजन तकरीबन 1.1 किलो के आसपास रहता है


2. लंबाई की बात की जाए तो यह 11.25 इंच की रहती है


3. इसकी बैरल की लंबाई 6 इंच है


4. इस रिवॉल्वर से एक मिनट में 20 से 30 राउंड फायर किए जा सकते हैं


वेब्ले रिवॉल्वर का इतिहास


यह रिवॉल्वर 100 साल से भी ज्यादा पुरानी है. जब अंग्रेज भारत आए थे तो इसे अपने साथ लाए थे. आपको बता दें कि जहां अपने देश में 455 बोर रिवॉल्वर पर बैन लगा हुआ तो वहीं अमेरिका में इसकी भारी मांग देखी जा रही है. बात अगर इस रिवॉल्वर के इतिहास की हो रही है और पहले विश्व युद्ध का जिक्र न हो ऐसा हो नहीं सकता. वेब्ले 455 का इस्तेमाल पहले विश्व युद्ध में हुआ था. इसके बाद दूसरे विश्व युद्ध में भी इसे इस्तेमाल में लाया गया. आयरलैंड की आजादी की लड़ाई में भी इसे उपयोग किया गया. इसके अलावा इंडोनेशिया के राष्ट्रीय आंदोलन, भारत चीन युद्ध और कोरिया युद्ध में भी इस रिवॉल्वर का इस्तेमाल हो चुका है.


इस रिवॉल्वर को बनाए जाने की शुरुआत 1887 में हुई थी. ग्लोबल कंपनी वेब्ले पहली बार इसे दुनिया के सामने लेकर आई थी. साल 1924 तक इसका निर्माण होता रहा लेकिन फिर ऐसा होना बंद हो गया. अब वेब्ले ने स्याल मैन्यूफैक्चरर से करार किया है. यूपी में ही इसका मुख्यालय होगा और अमेरिका समेत अन्य जगह इसकी सप्लाई होगी.