UP News : यूपी में निकाय चुनाव संपन्‍न हो चुके हैं. इसी बीच यूपी सरकार ने अहम कदम उठाया है. सरकार प्रदेश 11 शहरों में घर-घर जाकर कबाड़ खरीदेगी. इसके बाद इसे रिसाइकल कर इन कबाड़ों को जरूरजतमंदों को बांटा जाएगा. शुरुआत में प्रदेश के 11 शहरों में पहल की गई है. इसके बाद पूरे राज्‍य में इसे लागू किया जाएगा. 


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घरों में बेकार पड़े रहते हैं ये चीजें 
दरअसल, हर घर में एक समय के बाद कपड़े, किताबें, खिलौने और इलेक्ट्रानिक उपकरणों का इस्‍तेमाल करना लोग बंद कर देते हैं. ऐसे में यह केवल घर में कबाड़ की तरह पड़े रहते हैं और घर की शोभा खराब करते रहते हैं. ऐसे में सरकार इन कबाड़ों को लेने का फैसला किया है.  


सरकार की क्‍या है मंशा  
यूपी की योगी आदित्‍यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार ने 11 शहरों के प्रत्‍येक वार्ड में 'आरआरआर' सेंटर स्‍थापित करने का फैसला किया है. सरकार की मंशा है कि इन सेंटरों के माध्‍यम से हर वार्ड में आम आदमी अपने घरों में इस्‍तेमाल न होनी वाली चीजों को दान कर सकता है. सरकार इस्‍तेमाल न होनी वाली चीजों को रिसाइकल कर जरूरतमंदों को बांटेगी. 


बैंक के रूप में विकसित किया जाएगा 
स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) की राज्य मिशन निदेशक नेहा शर्मा के मुताबिक, 'मेरी लाइफ मेरा स्वच्छ शहर अभियान' के तहत आरआरआर (रिड्यूस, रियूज एवं रिसाइकल) ना थ्रो-ना थ्रो सेंटर बनाए जा रहे हैं. इन सेंटरों को कपड़ा बैंक, किताब बैंक, बर्तन बैंक, खिलौना बैंक के रूप में विकसित किया जाएगा. ये ट्रिपल आर सेंटर उपलब्धता के आधार पर हर वार्ड में स्थापित किए जाएंगे. 


इन शहरों में सेंटर स्‍थापित होंगे 
बताया गया कि  शुरुआत में राज्य के 11 नगर निगमों लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, मेरठ, आगरा, गाजियाबाद, प्रयागराज, अलीगढ़, बरेली, मुरादाबाद और सहारनपुर में आरआरआर केंद्र स्थापित करने का फैसला किया गया है. ताकि जरूरतमंद लोगों के बीच वितरण के लिए उन्हें रीसाइकल किया जा सके. बताया गया कि इन सेंटरों के जरिए अनुपयोगी हो चुकी चीजों को इस्‍तेमाल करने लायक बनाया जाएगा. 


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