लखनऊ: रविवार को गुजरात के मोरबी में मच्छु नदी में एक झुलता पुल गिरने से बड़ा हादसा हो गया. बताया जा रहा है जिस वक्त हादसा हुआ उस समय पुल पर लगभग 400 लोग थे. पुल के गिरते ही लोग नदी में गिर गए. जानकारी के मुताबिक 141 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. वहीं, 100 लोग घायल हैं. इस दर्दनाक हादसे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने  अधिकारियों से तत्काल राहत-बचाव कार्य शुरू करने के निर्देश दिए हैं. गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के मुताबिक वह राहत एवं बचाव कार्य पर नजर बनाए हुए  हैं. राहत सामग्री और टीम को घटना स्थल के लिए रवाना किया गया है. जानकारी के मुताबिक रेस्क्यू के लिए एयरफोर्स के गरुड़ कमांडो मोरबी भेजे गए हैं.


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मोरबी में हुई त्रासदी में राज्य सरकार की ओर से बचाव और राहत कार्यों में तेजी लाई गई है. इसके लिए राजकोट, जामनगर, दीव और सुरेंद्रनगर से एनडीआरएफ की 3 प्लाटून, भारतीय नौसेना के 50 और वायुसेना के 30 जवान, सेना की दो टुकड़ियां और दमकल की 7 टीमें अत्याधुनिक उपकरणों के साथ मोरबी के लिए रवाना हो गई हैं. एसडीआरएफ के 3 और साथ ही एसआरपी. बचाव कार्य के लिए दो प्लाटून भी मोरबी पहुंच रही हैं इतना ही नहीं राजकोट सिविल अस्पताल में इलाज के लिए आइसोलेशन वार्ड भी बनाया गया है.


गुजरात के मोरबी में पुल टूटने से हुई दुर्घटना का अत्यंत दु:खद समाचार प्राप्त हुआ है।



उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे को लेकर दुख जताया है. उन्होंने अपने संदेश में पीड़ितों की रक्षा के लिए प्रभु श्री राम से प्रार्थना की है. वहीं उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी हादसे पर दुख जताया है. 
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीटर पर अपने संदेश में कहा है बाबा केदारनाथ से दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान करने व लोगों के सकुशल होने की प्रार्थना करता हूं



दीपावली के बाद गुजराती नये वर्ष पर ही रिपेयरिंग के बाद पुल को एक बार फिर शुरू किया गया था. इससे पहले रिपयेरिंग के लिए इसे छह महीने के लिए बंद कर दिया गया था. पुल को अभी खुले दो दिन नहीं हुए थे कि इतना बड़ा हादसा हो गया. पीएमओ ने हादसे को लेकर मुआवजे का ऐलान किया है. वहीं केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी दुख जताया है. गुजरात के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने कहा है कि ये बेहद दुखद घटना है. बचाव कार्य में अभी तक लगभग 70 लोगों को अस्पताल पहुंचाया गया है.


मोरबी में हुई त्रासदी में राज्य सरकार की ओर से बचाव और राहत कार्यों तेजी से किया जा रहा है. इसके लिए राजकोट, जामनगर, दीव और सुरेंद्रनगर से एनडीआरएफ की 3 प्लाटून, भारतीय नौसेना के 50 और वायुसेना के 30 जवान, सेना की दो टुकड़ियां भेजी गई हैं. इसके अलावा दमकल की 7 टीमें अत्याधुनिक उपकरणों के साथ मोरबी के लिए रवाना हो गई हैं. एसडीआरएफ के 3 और साथ ही एसआरपी बचाव कार्य के लिए दो प्लाटून भी मोरबी पहुंच रही हैं. इतना ही नहीं राजकोट सिविल अस्पताल में इलाज के लिए आइसोलेशन वार्ड भी बनाया गया है.