मनीष गुप्ता/आगरा: ताजनगरी आगरा अब तक मोहब्बत के शहर के नाम से जाना जाता था. अब यही शहर अपने स्थापना का जश्न भी मनाया करेगा. आखिरकार कई दौर की मीटिंग के बाद आगरा दिवस की तिथि तय कर दी गई है. महापौर नवीन जैन ने यह घोषणा की कि हर साल शरद पूर्णिमा के दिन आगरा दिवस मनाया जाएगा. उनका कहना है कि अश्विन मास की पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है. इस वर्ष यह तिथि 9 अक्टूबर को होगी. इसलिए आगरा दिवस मनाए जाने की तिथि शरद पूर्णिमा की तिथि होगी. उसी दिन आगरा दिवस मनाया जाएगा.


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महापौर ने गठित की थी कमेटी
20 जून को महापौर नवीन जैन ने एक कमेटी का गठन किया था. कमेटी को यह जिम्मेदारी दी गई थी कि वह आगरा शहर के पुरातन इतिहास और तथ्यों पर विचार करते हुए आगरा दिवस मनाए जाने के लिए एक तिथि तय करें. इसके अलावा महापौर नवीन जैन ने सभी आगरावासियों से अपील की थी कि उनके पास आगरा दिवस मनाए जाने से जुड़े कोई ऐतिहासिक तथ्य या सुझाव हों तो वह भी साझा करें. 


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महापौर की यह अपील काफी असरदार साबित हुई. लोगों ने लेटर, ईमेल और टोल फ्री नंबर पर कई जानकारियां और तथ्य नगर निगम को मुहैया कराए. इन सभी को संज्ञान में लेते हुए कमेटी ने अपनी पूरी रिपोर्ट तैयार कर महापौर नवीन जैन को सौंप दी थी. इस पर समिति के सभी पदाधिकारियों के साथ विचार-विमर्श करने के बाद महापौर ने शनिवार को आगरा दिवस मनाए जाने की तिथि की घोषणा कर दी.



महापौर नवीन जैन ने बताया कि शरद पूर्णिमा का पर्व भारत की सांस्कृतिक परंपरा में अत्यंत महत्वपूर्ण पर्व है. पूरे देश में यह पर्व प्रेम, उल्लास व उत्तम स्वास्थ्य के लिए मनाया जाता है. भगवान श्री कृष्ण ने इसी दिन ब्रज क्षेत्र में महारास रचाया था. महापौर नवीन जैन ने बताया कि इस तिथि की भारतीय समाज में सांस्कृतिक महत्ता को देखते हुए समिति के अधिकांश सदस्यों का मत रहा कि शरद पूर्णिमा की तिथि पर आगरा दिवस का मनाया जाए. महापौर नवीन जैन ने कहा कि आगरा दिवस को पूरे शहर में एक उत्सव के रूप में मनाया जाएगा, जिसके तहत सप्ताह भर जगह-जगह विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा.