लखनऊ. उप्र में होने वाले आगामी चुनावों (UP election 2022) के लिए सभी राजनीतिक पार्टियों अलग-अलग तरह के प्रचार के फंडे खोज रही हैं. विपक्ष सत्ता को नकारा साबित करने में लगा है तो वहीं सत्ता पक्ष अपने  कार्यों का गुणगान करने में लगा है. ऐसा ही एक पैंतरा चला है सपा ने, जिसने विधानसभा चुनाव में एक खास समुदाय के वोटों को लक्ष्य करते हुए 22 किस्म की प्राकृतिक सुगंधों को मिलाकर एक ‘समाजवादी इत्र’ लॉन्च किया है और दावा किया है कि इसकी खुशबू से नफरत की राजनीति समाप्त होगी। खुद पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सपा मुख्यालय में इस इत्र का उद्घाटन किया. इत्र की शीशी तो छोटी सी थी, पर इसने राजनीति के परिदृश्य पर सभी विरोधियों के बयानों में जगह बनाई, इन बयानों में महकती खुशबू की जगह आरोपों की तल्खियां ही ज्यादा थी. देखें एक नजर- 


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अखिलेश यादव- 
इस इत्र को लेकर अखिलेश यादव के उद्गार सुनिए- “यह इत्र लगाकर महकते हुए लोग समाजवादी पार्टी और समाजवादी विचारधारा की याद दिलाते जाएंगे. इसका रंग भी लाल-हरा रखा है, अगर कहीं दूसरी जगह यह बोतल चली जाए तो खुशबू बदल पाएं न बदल पाएं लेकिन रंग जरूर बदल देंगे.” 


स्वतंत्र देव सिंह- 
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने इस इत्र पर क्या कटाक्ष किया- “सपा द्वारा लॉन्च किये गये इत्र से समाजवादी पार्टी के पापों की दुर्गंध नहीं जाने वाली है. उनकी भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण, गुंडाराज अपराधी व अपराध तथा सरकारी धन की खुली लूट के संरक्षण से उत्पन्न हुई विषैली गंध मिट नहीं सकती है.”


दिनेश शर्मा -
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा (Deputy CM Dr Dinesh Sharma) ने सपा के इत्र पर कैसी शाब्दिक हमला बोला- “जब सपा की सरकार थी तब अपराध का इत्र खूब महकता था. उत्तरप्रदेश की जनता को अब अपराध वाला इत्र नहीं चाहिए. यूपी की जनता को भ्रष्टाचार और भय फैलाने वाला है इत्र पसंद नहीं  है. देश में पीएम मोदी और यूपी में  सीएम योगी की सरकार के जरिए रामराज की खुशबू है केंद्र एवं प्रदेश सरकार के कार्यों को उत्तर प्रदेश और देश की जनता मानती है.”


लोकसभा चुनावों में भी छिड़केंगे इत्र
बताया गया है कि इस इत्र को कन्नौज से सपा विधान परिषद सदस्य पुष्पराज जैन उर्फ पम्मी जैन ने तैयार करवाया है. बकौल पम्पी इस इत्र को तैयार करने में 2 वैज्ञानिकों को 4 महीने का समय लगा. इसकी खासियत बताते हुए वे कहते हैं कि कश्मीर से कन्याकुमारी तक इस इत्र में 22 प्राकृतिक इत्रों का उपयोग किया गया है. कन्नौज की मिट्टी का भी इसमें उपयोग किया गया. पम्पी की आगे के लोकसभा चुनावों में भी सपा का एक और स्पेशल इत्र उतारने की योजना है. उन्होंने मीडिया को बताया कि 2024 के चुनावों के लिए एक और प्राकृतिक इत्र बनाने की तैयारी हो रही है जो उसी साल लॉन्च होगा.


कन्नौज का इत्र दुनिया भर में मशहूर
सपा का यह इत्र उसी कन्नौज में बना है, जो इत्र के लिए दुनिया भर में मशहूर है. अखिलेश यादव तथा उनकी पत्नी डिंपल यादव कन्नौज संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. कन्नौज में हाल फिलहाल इत्र का कारोबार उतना अच्छा नहीं है. पिछले कुछ वर्षो में करीब ढाई दर्जन इत्र बनाने वाली इकाइयाँ बंद हो गईं हैं. कई दूसरे राज्यों को पलायन कर गईं, हालांकि अभी भी कन्नौज के इत्र का व्यापार पूरी दुनिया में  फैला हुआ है. यूके, यूएसए, सउदी अरब, इरान, इराक, ओमान आदि जगहों पर यहां से परफ्यूम भेजा जाता है. अभी इत्र का प्रयोग मेहमानों के स्वागत और शौकीनों द्वारा रखने के अलावा गुटखा, जर्दा, सौंदर्य प्रसाधन में फ्रेग्रेंस के लिए ज्यादा होने लगा है. 


अखिलेश यादव को खुशबू से लगाव
सपा मुखिया अखिलेश यादव बहुत पहले से इत्र के शौकीन रहे हैं.  कन्नौज में बनने वाली विश्व प्रसिद्द परफ्यूम 'इत्र मिट्टी' अखिलेश यादव को बेहद पसंद है. 3 हजार रुपये कीमत की इस इत्र को अखिलेश जब सीएम थे, तब भी यूज करते थे. सपा प्रमुख अखिलेश यादव की पत्नी और कन्नौज से सांसद डिंपल यादव भी इस  परफ्यूम को बेहद पसंद करती है.


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