प्रमोद कुमार/अलीगढ़: बिजली विभाग में ठेके पर रखे गए कर्मचारियों पर बिल जमा करने के नाम पर उपभोक्ताओं के साथ ठगी का आरोप लगा है. ठगी के शिकार उपभोक्ताओं ने अधिकारियों से लिखित शिकायत की है. वहीं विभागीय अधिकारियों का कहना है कि  जांच के बाद ठगी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी. 


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महंगा पड़ा शॉर्टकट
उपभोक्ता मनीष शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया है कि एक कर्मचारी हमारे यहां लंबे समय से यूनिट लेने के लिए आया करता था. कर्मचारी द्वारा हम लोगों को बताया गया कि आपका हर महीने आने वाला बिजली का बिल मैं कम कर दूंगा. बिल कम करने की एवज में हम लोगों से प्रति महीने कर्मचारी कुछ पैसे भी लिया करता था. बिजली बिल कम करने वाले कर्मचारी का जैसे ही ट्रांसफर हुआ और नया यूनिट लेने वाला कर्मचारी आया तो हमारा उसी महीने लगभग 30 हजार का बिजली का बिल आ गया. इसकी शिकायत मेरे द्वारा विभाग के अधिकारियों से की गई. मुझे बिजली विभाग के अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि पूर्व में कर्मचारी द्वारा आपकी यूनिट कम दिखाई गई थी. अब सारी यूनिट जोड़कर एक साथ आ गई है, जिसके चलते आपका बिल ज्यादा आया है, पीड़ित का कहना है विभाग को ऐसे कर्मचारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करनी चाहिए. ज़ी मीडिया सभी लोगों से अपील करता है कि बिल कैश काउंटर पर ही जमा करें.


ऐसे भी मामले सामने आए
इसी तरह एक अन्य ग्राहक के रिश्तेदार सुंदर सिंह तोमर ने बताया है कि हमारे एक रिश्तेदार जोकि गांधी पार्क थाना इलाके के भदेशी गांव में रहते हैं, और उनका नाम ओमप्रकाश है. बिजली की यूनिट लेने वाला कर्मचारी बिल जमा करने की नाम पर उनसे 25 हजार रुपये लेकर फरार हो गया है. इसकी शिकायत मेरे द्वारा विभाग के अधिकारियों से की गई है. 


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तमाम व्यवस्थाओं के बाद भी आ रही शिकायतें
ऐसे मामलों में अधीक्षण अभियंता एके जैन का कहना है कि बिजली बिल जमा करने के लिए विभाग द्वारा ऑनलाइन व्यवस्था भी की गई है. इसके साथ ही कैश काउंटर पर आकर भी उपभोक्ता बिल जमा कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि ग्रामीण इलाकों में ठगी की शिकायत लगातार आ रही हैं. एक कमेटी जांच के लिए बनाई गई है. कुछ शिकायत इस तरीके की भी आ रही है कि मीटर रीडिंग लेने वाले कर्मचारी गांव में एक स्थान पर बैठकर पूरे गांव का बिल बना देते हैं. इन सब पर कार्रवाई होगी. जाहिर है कि बिजली विभाग के उन कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए जो बिजली बिल के नाम पर ठगी करते हैं लेकिन अवैध तरीके से अपना बिल कम करवाने वालों को भी सिर्फ भोले-भाले कहकर छोड़ा नहीं जा सकता है. ऐसे लोग न सिर्फ भ्रष्टाचार को बढ़ावा देते हैं बल्कि समय पर अपना बिल भूगतान करने वालों का मनोबल गिराते हैं.