प्रयागराज : पीसीएस ज्योति मौर्या के खिलाफ भ्रष्टाचार मामले में सोमवार को नया मोड़ आ गया. शिकायतकर्ता आलोक मौर्या जांच कमेटी के सामने पेश हुए और उन्होंने शिकायत वापस ले ली. जांच कमेटी को लिखित में देकर उन्होंने शिकायत वापस ली है. इससे पहले बताया जा रहा था कि वह भ्रष्टाचार से जुड़े जरूरी सबूत जांच कमेटी के सामने पेश करेंगे. इससे पहले ज्योति मौर्या के पति आलोक मौर्य ने शासन से शिकायत की थी कि उसने पद का दुरुपयोग करके करोड़ों की संपत्ति बनाई है. शासन ने मामले की जांच के लिए कमिश्नर प्रयागराज विजय विश्वास पंत की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी गठित की है.


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क्या है पूरा मामला


ज्‍योति मौर्य की शादी 2010 में आलोक मौर्या से हुई थी. वह वाराणसी के चिरईगांव की रहने वाली हैं. वहीं आजमगढ़ के रहने वाले आलोक पंचायती राज विभाग में सफाई कर्मचारी हैं. 2015 में ज्‍योति का चयन राज्य लोक सेवा आयोग (UPPCS) के लिए हो गया. प्रयागराज के देवघाट झलवा में मकान बनाकर ज्‍योति, पति और दो बेटियों के साथ रहने लगीं. लगभग तीन साल पहले दोनों के बीच रिश्तों में दरार आनी शुरू हो गई. ज्‍योति ने अपने ससुरालवालों के खिलाफ दहेज उत्‍पीड़न का मुकदमा दर्ज कराया है. वहीं आलोक का कहना है कि ज्‍योति का होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे से अवैध संबंध है. दोनों मिलकर उसके खिलाफ साजिश रच रहे हैं. आलोक ने सोशल मीडिया में यह कहते हुए सनसनी फैला दी थी कि उसकी पत्नी ने अफसर बनते ही उसे धोखा दे दिया. वहीं मनीष दुबे और ज्योति मौर्य के कई ऑडियो क्लिप वायरल हो चुके हैं.


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