मेरठ: अमरनाथ में बादल फटने की वजह से बड़ा हादसा हो गया, जिसमें 15 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, वहीं बाबा बर्फानी के द्वार अमरनाथ में हुए भीषण हादसे के बाद अब लोग अमरनाथ में फंसे हुए अपने परिजनों को ढूंढने में जुटे हुए हैं. बाबा बर्फानी के द्वार में मेरठ से अब भी लगभग 10 लोग शेषनाग में फंसे हुए हैं. गनीमत यह है कि सारे व्यक्ति अभी सुरक्षित हैं. 


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मेरठ की रहने वाली अरुणा की मानें तो उनके पति बीती 22 जून को अमरनाथ के लिए रवाना हो गए थे. ऐसे में 22 तारीख से अभी तक पीड़ित महिला के पति विनोद राठौर अमरनाथ में ही फंसे हुए हैं. पीड़ित महिला के पति ने बताया कि अमरनाथ में हुए हादसे का मंजर बेहद ही खौफनाक था. ऐसे में अब पीड़ित महिला और उसकी 10 साल की बेटी अपने पिता की चिंता में है कि उनके पिता कब मेरठ वापस लौटेंगे.


पीड़ित महिला ने कहा कि मैं अब अपने पति की सलामती के लिए बाबा बर्फानी के चरणों में एक अखंड ज्योति जला दी है. अरुणा ने कहा कि अखंड ज्योत तब तक जलती रहेगी जब तक उसका पति मेरठ वापस नहीं आ जाते. अमरनाथ सेवा समिति के पदाधिकारी सुरेंद्र साहू की मानें तो अमरनाथ के दरबार में इस वक्त मेरठ से लगभग 10 लोग फंसे हुए हैं, सभी लोग सुरक्षित हैं. जल्दी मेरठ से ताल्लुक रखने वाले सारे व्यक्ति वापस आ जाएंगे. 


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