Political Kisse: 1984 के चुनाव में हुआ था नेता और अभिनेता का आमना-सामना, अमिताभ ने इस नेता को दी थी पटखनी
Political Kisse: इलाहाबाद संसदीय सीट पर साल 1984 के लोकसभा चुनाव में अमिताभ बच्चन ने उस समय के जनप्रिय नेता हेमवती नंदन बहुगुणा को बड़े अंतर से हराकर चुनाव जीता था. हालांकि, उस चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद अमिताभ बच्चन ने प्रयागराज का रुख नहीं किया.
मोहम्मद गुफरान/प्रयागराज: इतिहास के पन्नों में कुछ ऐसे किस्से दर्ज होते हैं, जिन्हें हमेशा याद किया जाता है. यूपी की सियासत में एक ऐसा ही एक वाकया सन 1984 में हुआ था, जब नेता और अभिनेता आमने-सामने आए थे. तब नेता को पटखनी देकर अभिनेता ने जीत दर्ज की थी. आइए हम आपको बताते हैं यूपी की राजनीति का वो किस्सा जिसे जानकर आप हैरान रह जाएगे.
अमिताभ बच्चन को लेकर लोगों में था उत्साह
दरअसल, प्रयागराज के इलाहाबाद संसदीय सीट पर साल 1984 के लोकसभा चुनाव में अमिताभ बच्चन ने उस समय के जनप्रिय नेता हेमवती नंदन बहुगुणा को बड़े अंतर से हराकर चुनाव जीता था. हालांकि, उस चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद अमिताभ बच्चन ने प्रयागराज का रुख नहीं किया. 1984 के चुनाव का जिक्र करते हुए वरिष्ठ पत्रकार अनुपम मिश्रा बताते हैं कि अमिताभ बच्चन को लेकर लोगों में जो उत्साह उस समय के चुनाव में था, वह किसी चुनाव में कभी देखने को नहीं मिला.
अपने गढ़ में हार गए थे पूर्व मुख्यमंत्री
आपको बता दें कि इलाहाबाद विश्विद्यालय हेमवती नंदन बहुगुणा का गढ़ माना जाता था. तब 1984 के चुनाव में इलाहाबाद विश्विद्यालय के छात्र नेता पूरी तरह से अमिताभ बच्चन के साथ खड़े हो गए. वरिष्ठ पत्रकार अनुपम मिश्रा के मुताबिक चुनाव प्रचार के दौरान एक समय ऐसा भी आया जब अमिताभ बच्चन और हेमवती नंदन बहुगुणा का आमना-सामना हुआ.
तब अमिताभ बच्चन ने अपनी गाड़ी से उतरकर हेमवती नंदन बहुगुणा से विजय का आशीर्वाद मांगा था. वरिष्ठ पत्रकार अनुपम मिश्रा ने बताया कि हेमवती नंदन बहुगुणा ने अमिताभ बच्चन को जीत के बजाए, यशस्वी भव का आशीर्वाद दिया.
बहुगुणा ने अमिताभ को बताया था नाचने वाला
हालांकि, इस चुनाव में अमिताभ बच्चन को जीत का आशीर्वाद जनता ने दिया. तब बड़े अंतर से हेमवती नंदन बहुगुणा को अमिताभ बच्चन हराने में कामयाब हो गए. इससे जुड़ा एक और वाकया काफी चर्चित हुआ. बताया जाता है कि हेमवती नंदन बहुगुणा की पहचान बेहद सौम्य नेताओं में होती थी. वह कभी किसी राजनेता पर निजी टिप्पणी नहीं करते थे. बावजूद इसके अमिताभ बच्चन को अपार समर्थन मिलता देख बहुगुणा ने उन्हें नाचने वाला बताया था. बहुगुणा ने लोगों से उन्हें सीरियस नहीं लेने का अनुरोध किया था.