Asaram Bapu Rape Case: आसाराम बापू के पास 10 हजार करोड़ की संपत्ति, अब कौन होगा असली मालिक
Asaram Bapu Rape Case: गुजरात की गांधीनगर कोर्ट ने आसाराम बापू को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. जानें कौन करेगा आश्रम की देखरेख.
Asaram Bapu Rape Case: आसाराम बापू को दुष्कर्म मामले में दोषी पाया गया है. गुजरात की गांधीनगर कोर्ट ने आसाराम बापू को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. बाबा पर दो बहनों का रेप करने का आरोप था. आसाराम बापू का बेटा नारायण साईं भी जेल में बंद है. दावा किया जा रहा है कि आसाराम के पास वर्तमान में दस हजार करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है. ऐसे में मन में सवाल उठ रहा होगा कि आखिर बांप-बेटे के जेल में जाने के बाद उनके करोड़ों के साम्राज्य का मालिक कौन होगा. तो आइये बताते हैं उनकी संपत्ति का असली मालिक कौन है.
10 हजार करोड़ से ज्यादा की संपत्ति
एक रिपोर्ट के मुताबिक, आसाराम बापू के 400 से ज्यादा आश्रम हैं. 1500 से ज्यादा सेवा समितियां हैं. 17000 से ज्यादा बाल संस्कार केंद्र हैं. इसके अलावा 40 से ज्यादा गुरुकुल हैं. सभी संपत्तियों की कीमत करीब 10 हजार करोड़ रुपये बताई जा रही है. आसाराम बापू और बेटे नारायण के जेल में बंद होने के बाद इस संपत्ति का देखरेख आसाराम की बेटी भारतीश्री कर रही है.
बेटी भारतीश्री कर रहीं देखभाल
संत श्रीआसारामजी ट्रस्ट एक चैरिटेबल संस्था है और उसका मुख्यालय अहमदाबाद में है. आसाराम की बेटी भारतीश्री अब इस ट्रस्ट के मुख्यालय से रोजाना की गतिविधियों को संचालित करती हैं. इतना ही नहीं भारतीश्री देशभर में फैले आश्रमों के रोजाना के कामकाज और अर्थतंत्र को अपने नियंत्रण में रखती हैं. हालांकि, वह कोई प्रवचन नहीं करतीं.
अहमदाबाद में पहला आश्रम
आसाराम ने अहमदाबाद में अपना पहला आश्रम स्थापित किया था. 1975 में भारती का जन्म हुआ. जब वर्ष 2013 में आसाराम की गिरफ्तारी हुई तो भारती और आसाराम की पत्नी लक्ष्मी देवी भी गिरफ्तार की गईं, लेकिन बाद में दोनों छूट गईं. जेल से छूटने के बाद ही भारती इन संपत्तियों की देखरेख करने लगीं.
बंटवारे के बाद अहमदाबाद में आकर बस गया था परिवार
बता दें कि आसाराम बापू का पूरा नाम आसूमल थाऊमल सिरुमलानी है. आसाराम का जन्म 17 अप्रैल 1941 में ब्रितानी (ब्रिटिश हुकूमत में) भारत के नवाबशाह जिले के बेराणी गांव में हुआ था, जो अब पाकिस्तान का हिस्सा है. मां का नाम महंगीबा और पिता का नाम थाऊमल सिरूमलानी था. 1947 में भारत-पाकिस्तान बंटवारे के वक्त आसाराम का परिवार गुजरात के अहमदाबाद में आकर बस गया था.
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