प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के माफिया सरगना अतीक अहमद को गुजरात की साबरमती जेल से प्रयागराज की नैनी जेल में शिफ्ट कर दिया गया है. वहीं, अतीक के भाई अशरफ को बरेली से नैनी जेल में लाया गया है. फिलहाल, दोनों को हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है. आज अदालत उमेश पाल अपहरण केस में फैसला सुना सकती है. उमेश पाल अपहरण मामले से फैसले से पहले उमेश की मां और पत्नी ने कोर्ट से फांसी की सजा की देने की अपील की है. 


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उमेश पाल की मां और पत्नी ने ये कहा
इस मामले में उमेश पाल की मां शांति देवी ने कहा कि आज सजा नहीं मिली, तो अतीक अहमद परिवार के लिए खतरा बन सकता है. वहीं, उमेश पाल का परिवार अतीक के खौफ में जिंदगी काट रहा, अब उन्हें कोर्ट से उम्मीद है. उमेश पाल की मां ने कहा कि योगी सरकार पर उन्हें पूरा भरोसा है कि उन्हें न्याय मिलेगा. वहीं, उमेश की पत्नी जया पाल ने कहा कि पति के मौत के बाद डर का माहौल है. दरअसल, पत्नी ने भी कोर्ट से फांसी की सजा देने की अपील की. दरअसल, मामले में अतीक के भाई अशरफ की भी आज कोर्ट में पेशी होनी है. लगभग 16 साल बाद इस मामले में फैसला आ सकता है. जानकारी के मुताबिक  पूरा मामला 28 फरवरी 2006 का ये है.


10:30 बजे जेल से निकला अतीक 
जानकारी के मुताबिक एमपी-एमएलए कोर्ट में पेशी से पहले अशरफ और अतीक अहमद का मेडिकल नहीं होगा. उन्हें जेल से सीधे कोर्ट ले जाया जाएगा. बताया जा रहा है कि दोनों आरोपियों के अलग-अलग कोर्ट लेकर आया जाएगा. अशरफ और अतीक जेल से 10:30 बजे निकलेंगे. वहीं, आज अतीक अहमद की एमपी एमएलए कोर्ट में पेशी के मद्देनजर जिला अधिवक्ता संघ ने अधिवक्ताओं को एमपी एमएलए कोर्ट में उपस्थित न होने का किया अनुरोध, ताकि माहौल सामान्य बनाए रखा जा सके.


बैरिकेटिंग कराकर रास्ता किया जा रहा ब्लॉक 
आपको बता दें कि उमेश पाल के अपहरण मामले में आज आने वाले फैसले को देखते हुए प्रयागराज की एमपी एमएलए कोर्ट के बाहर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. वहां बैरिकेटिंग लगाकर सुरक्षा बढ़ाई गई है. इसके साथ ही लगभग 500 मीटर के दायरे की सभी सड़को को ब्लॉक किया गया रहा है. ये वो सड़कें हैं, जाने वाले रास्ते से कनेक्टिंग हैं. उनपर भी बैरिकेटिंग कराकर रास्ता ब्लॉक किया गया है.