तालाब की खुदाई कर रहे थे मजदूर, हाथ लगा कुछ ऐसा कि मच गया कौतूहल, जानें पूरा मामला
Ancient Statueif Lord Surya in Pond Excavation: खुदाई में मिली प्राचीन मूर्ति को प्रधान के घर पर सुरक्षित रखवा दिया गया है और पुरातत्व की टीम के आने का इंतजार किया जा रहा है. इसके बाद ही पता लग सकेगा कि यह कितने सालों पुरानी पत्थर की मूर्ति है.
गौरव श्रीवास्तव/औरैया: यूपी के औरैया के एक गांव में तालाब की खुदाई के दौरान 10वीं शताब्दी की एक प्राचीन मूर्ति मिली है. मूर्ति के मिलते ही काम कर रहे मजदूरों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया, जिसके बाद सूचना ग्राम प्रधान को दी गई. क्योंकी मूर्ति प्राचीन काल की है, इसलिए प्रधान ने तत्काल रूप से प्रशासनिक अधिकारियों को फोन कर बुला लिया. वहीं, जिलाधिकारी ने इस मूर्ति के मिलने की पूरी जानकारी पुरातत्व विभाग को दे दी है.
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सूर्य भगवान की हो सकती है मूर्ति
कुछ लोगों का कहना है कि यह मूर्ति सूर्य भगवान की है, तो कुछ कहते हैं श्रीकृष्ण की... वहीं, जिलाधिकारी का कहना है कि यह स्टैच्यू हर्षवर्धन के जमाने की लग रही है. क्योंकि कन्नौज से भी कई बार खुदाई के दौरान ऐसी ही मूर्तियां मिली हैं.
पुरातत्व विभाग बताएगा मू्र्ति की सही उम्र
खुदाई में मिली प्राचीन मूर्ति को प्रधान के घर पर सुरक्षित रखवा दिया गया है और पुरातत्व की टीम के आने का इंतजार किया जा रहा है. इसके बाद ही पता लग सकेगा कि यह कितने सालों पुरानी पत्थर की मूर्ति है.
प्राचीन काल की मूर्ति बनी कौतूहर का विषय
गौरतलब है कि औरैया सदर तहसील के ग्राम पंचायत सेहुद में पीबीआरपी स्कूल के पास मनरेगा के जरिए स्वतंत्रता सेनानी राजाराम अमृत सरोवर तालाब की खुदाई की जा रही है. इसी दौरान खुदाई में मजदूरों को एक प्राचीन काल की पत्थर की मूर्ति मिली है, जो पूरे गांव में अब कौतूहल का विषय बनी हुई है. स्थानीय लोगों के अनुसार, मूर्ति कई वर्षों पुरानी बताई जा रही है. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि यह प्रचीन मूर्ति किस भगवान की है.
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सूर्य भगवान, राधा-कृष्ण या हैं राम-लक्ष्मण?
कोई इसे सूर्य भगवान की मूर्ति बता रहा है तो किसी का कहना है कि ये श्रीकृष्ण-राधा हैं. वहीं, कुछ लोग राम-लक्ष्मण और गौतम बुद्ध की बात भी कर रहे हैं. अधिकारी मूर्ति के बारे में जानकारी जुटाने में लगे हैं. साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों ने पुरातत्व विभाग को भी खुदाई के दौरान मिली मूर्ति की जानकारी दे दी है.
हर्षवर्धन के राज की हो सकती है मूर्ति
वहीं, एसडीएम सदर मनोज कुमार का कहना है कि गांव में कुछ अधिकारियों को भेजकर जांच कराई गई है. मूर्ति को सुरक्षित रख दिया गया है. यह कह पाना अभी मुश्किल है कि यह किस भगवान की मूर्ति है? इस मामले को लेकर जिले के जिलाधिकारी ने बताया मूर्ति हर्षवर्धन के जमाने की हो सकती है, क्योंकि बगल के जनपद कन्नौज में भी हर्षवर्धन का राज हुआ करता था.
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