अयोध्या का दीपोत्सव: दो साल बाद अयोध्या तो आएंगे पीएम मोदी, लेकिन हनुमानगढ़ी का नहीं करेंगे दर्शन
Ayodhya Deepotsav 2022: दीपोत्सव में इस बार 16 झाकियां निकाली जाएंगी. झांकियों में राम जन्म भूम मॉडल, काशी कॉरिडोर, विजन 2047 के अलावा 1090 तथा भगवान राम के जीवन काल यानी जन्म से लेकर राज्याभिषेक तक की कलाकृतियां दिखाई जाएंगी.
अयोध्या: दिवाली से एक दिन पहले अयोध्या में होने वाले दीपोत्सव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होंगे. इसके बाद पीएम मोदी रामलला के दर्शन करेंगे, लेकिन इस बार प्रधानमंत्री हनुमानगढ़ी के दर्शन नहीं कर पाएंगे, क्योंकि उस दिन हनुमान जयंती है. इसलिए पीएम मोदी हनुमान जी का दर्शन नहीं कर पाएंगे. हनुमान जंयती के मौके पर आम श्रद्दालु के लिए हनुमानगढ़ी खुली रहे इसी के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है.
दो साल बाद अयोध्या आ रहे हैं पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो साल पहले 5 अगस्त 2020 को अयोध्या आए थे. उन्होंने राम मंदिर का भूमि पूजन किया था. उसके बाद से पीएम मोदी मंदिर निर्माण को लेकर केवल देखते और सुनते रहे हैं. वे इस बार रामलला के आंगन में दीपावली मनाने आ रहे हैं. यह अयोध्या के लिए बहुत बड़ा ही शुभ संकेत है. बन रहे राम मंदिर को देखने की उनकी इच्छा बहुत ज्यादा थी. इस बार घाटों की संख्या 32 से बढ़ाकर 37 कर दी गई है. पहले की तुलना में इस बार दीपक का आकार थोड़ा बढ़ाया गया है. दीपक में तेल भी ज्यादा रहेगा. जिससे वे देर तक जल सकें. राम की पैड़ी के अलावा कनक भवन,हनुमानगढ़ी, मणिराम दास छावनी,श्रीरामवल्लभाकुंज, दशरथ महल, बड़ा भक्तमाल सहित 40 अन्य मंदिरों में दीपक जलाए जाएंगे.
पीएम मोदी का पूरा कार्यक्रम
04.55 PM: पीएम मोदी श्री राम जन्मभूमि पर भगवान श्री राम लला विराजमान की पूजा करेंगे.
05.05 PM: प्रधानमंत्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र स्थल का निरीक्षण और दर्शन करेंगे.
05.40 PM: श्री राम कथा पार्क में भगवान राम के राज्याभिषेक समारोह में हिस्सा लेंगे.
06.25 PM: सरयू घाट पर आरती में शामिल होंगे.
06.40 PM: प्रधानमंत्री राम की पैड़ी में दीपोत्सव में शामिल होंगे.
07.25 PM: पीएम मोदी सरयू घाट पर हरे रंग की डिजिटल आतिशबाजी का जायजा लेंगे.
16 झाकियां निकाली जाएंगी
इस बार 16 झाकियां निकाली जाएंगी. झांकियों में राम जन्म भूम मॉडल, काशी कॉरिडोर, विजन 2047 के अलावा 1090 तथा भगवान राम के जीवन काल यानी जन्म से लेकर राज्याभिषेक तक की कलाकृतियां दिखाई जाएंगी. दीपोत्सव में सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र अगर कुछ होगा तो रामायण कालीन शिक्षा पर आधारित सामाजिक संदेश लिए हुए नगर भ्रमण करने वाली झांकियां. झांकियों से संबंधित कलाकार 16 रथ पर सवार होंगे. जो अपनी कलाकारी का प्रदर्शन करते हुए रामायण कालीन दृश्यों को जीवंत करेंगे. इसके अलावा पूरे देश के विभिन्न जगहों के डांसर रथ के आसपास नृत्य करते हुए चलते हैं.
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