अयोध्या: राम नगरी अयोध्या में चल रहे रामलला के भव्य मंदिर निर्माण को लेकर करोड़ों राम भक्तों के लिए बड़ी खुशखबरी है. दरअसल, राम मंदिर में भगवान श्री रामलला के विराजमान होने के बाद जल्द ही उनके जलाभिषेक, दूधाभिषेक और पंचामृत अभिषेक का प्रसाद भक्तों को मिल सकेगा. इसके लिए ट्रस्ट  द्वारा बड़ी योजना पर काम चल रहा है. इसके अलावा राम मंदिर निर्माण से जुड़ी एक्सक्लूसिव तस्वीरें श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने मीडिया को उपलब्ध कराई हैं.


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तेजी से चल रहा राम मंदिर निर्माण का कार्य
दरअसल, राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर का निर्माण वैदिक और धार्मिक आस्था को ध्यान में रखते हुए तेजी से किया जा रहा है. मंदिर निर्माण की लिए खर्च बनाए जाने के बाद अब मंदिर के गर्भगृह पर नक्काशीदार पत्थरों को लगाए जाने का काम शुरू हो गया है. इसके अलावा रामलला के गर्भ गृह से निकलने वाले पवित्र जल को संरक्षित करने के लिए गर्भगृह से मंदिर के बाहर के तरह एक पाइप लाइन डाली गई है.


भक्तों को ऐसे मिलेगा रामलला का प्रसाद 
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जनवरी 2024 मकर संक्रांति पर रामलला को विराजमान कराए जाने के बाद से होने वाले जलाभिषेक व स्नान के जल को एक स्थान पर संरक्षित किया जाएगा, जिसके बाद इसका प्रसाद भी भक्तों को प्राप्त हो सकेगा.


जल को एक जगह किया जाएगा सुरक्षित 
आपको बता दें कि सनातन धर्म के मंदिरों में भगवान के स्नान के जल को एक जगह सुरक्षित किया जाता है. उनके अभिषेक के जल का श्रद्धालु अपनी धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस्तेमाल भी करते हैं. विराजमान भगवान के अभिषेक के जल को लोग नीर भी कहते हैं. भगवान के अभिषेक के जल का इस्तेमाल कई जगहों पर विशेष अवसरों पर किया जाता है.


सनातन में जल को सुरक्षित रखने की है परंपरा
सनातन धर्म के सभी मठ मंदिरों में भगवान के स्नान के जल को सुरक्षित करने की परंपरा है. इसी क्रम में ट्रस्ट मंदिर में विराजमान रामलला के अभिषेक के जल को संरक्षित करने की योजना पर भी कार्य कर रहा है. फिलहाल, कब तक ऐसा हो सकेगा यह देखने वाली बात होगी. दूसरी तरफ रामलला के भक्त उनकी भव्य राम मंदिर को देखने के लिए कातर निगाहों से इंतजार कर रहे हैं.


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