Ayushman Bharat: इस तारीख से श्रमिकों के बनाए जाएंगे गोल्डन कार्ड, मिलेगा 5 लाख तक का मुफ्त इलाज
Ayushman Bharat golden card: श्रमिकों के लिए अच्छी खबर है, दरअसल सरकार द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव पर गोल्डन कार्ड का तोहफा देने जा रही है. इसके लिए 25 जुलाई से 14 अगस्त तक इसके लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा. इस योजना के तहत श्रमिकों के परिवार को प्रति वर्ष पांच लाख तक की मुफ्त इलाज की सुविधा दी जाएगी.
विनय सिंह/गोरखपुर: आजादी के अमृत महोत्सव पर सरकार द्वारा श्रमिकों को गोल्डेन तोफा देने जा रही है. जिसमें श्रम कानून अधिनियम के तहत पंजीकृत श्रमिकों का भी गोल्डेन कार्ड बनाया जाएगा. इसके लिए 25 जुलाई से 14 अगस्त तक इसके लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा. प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना एवम् मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना को गति देने के लिए विभाग द्वारा प्रयास किया जा रहा है.
इस योजना का मुख्य उद्देश्य सरकार की योजनाएं में लगें पुल ,पुलिया , भवन समेत अन्य निर्माण कार्यों में जुटे निर्माण श्रमिकों को गोल्डेन कार्ड बनाते हुए आयुष्मान भारत योजना का लाभ देकर सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना हैं. इस योजना के तहत श्रमिकों के परिवार को प्रति वर्ष पांच लाख तक की मुफ्त इलाज की सुविधा दी जाएगी. सरकार ने यह व्यवस्था की है कि श्रमिकों का आयुष्मान कार्ड आसानी से बनकर तैयार हो जाए.
इस कार्ड को बनाने के लिए जनपद स्तर पर सभी सीएचसी एवम् राशन वितरण कोटेदारों व आरोग्य मित्र को ग्रामवार सूंची उपलब्ध कराई जाएगी . आजादी के अमृत महोत्सव पर सभी जनपदो में 11 अगस्त 2022 से 14 अगस्त 2022 के मध्य विशेष कैंप आयोजित होगा. जिसमें हर जनपद में 75 निर्माण श्रमिकों को गोल्डेन कार्ड वितरित किए जायेंगे. पीएम-सीएम जन आरोग्य योजना के लाभ के लिए चलाए जाने वाले विशेष अभियान में गोरखपुर-बस्ती मंडल में तीन लाख 97 हजार 998 श्रमिकों के गोल्डेन कार्ड बनाए जाएंगे. श्रमिक परिवार के लिहाज से यह संख्या 3 लाख 2 हजार 894 होगी.
क्या है गोल्डन कार्ड योजना
बता दें, आयुष्मान भारत योजना के तहत गरीबों को मुफ्त इलाज की सुविधा मिलती है. इस योजना को साल 2018 में शुरू किया गया था. इसी के तहत गोल्डन कार्ड भी आता है. इसी कार्ड के जरिए 5 लाख रुपए का इलाज मुफ्त में कराया जा सकता है. इस योजना का फायदा करीब 10 करोड़ से ज्यादा लोग उठा रहे हैं. गोल्डन कार्ड बनवाने के लिए रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता होती है, जिसके बाद इस कार्ड को बनवाया जा सकता है.