गौरव तिवारी/कासगंज: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कासगंज (Kasganj) में चौंकाने वाला मामला सामने आया है. शिक्षा विभाग की अनदेखी के चलते एक विद्यालय परिसर में तीन कमरे में पांच क्लास नहीं बल्कि पांच विद्यालय संचालित हैं. खास बात ये है कि इन विद्यालयों में बच्चों की संख्या 300 के आस-पास है. वहीं, इन पांच विद्यालय में केवल तीन शिक्षक ही तैनात हैं.


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कासगंज के कस्बा गंजडुंडवारा का मामला
दरअसल, मामला जनपद कासगंज के कस्बा गंजडुंडवारा का है, जहां परिषदीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय (Purv Madhyamik Vidyalay) थाना रोड गंजडुंडवारा के विद्यालय परिसर के अंदर तीन कमरे में पांच क्लास नहीं बल्कि पांच विद्यालय चल रहे हैं.


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विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों की संख्या 300 के पार
आपको जानकर ये आश्चर्य होगा कि इन पांच विद्यालयों में मात्र तीन शिक्षक ही है. इसमें दो परमानेंट शिक्षक और एक शिक्षामित्र की तैनाती है. जानकारी के मुताबिक इन सभी विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों की संख्या भी 300 से ऊपर है.


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क्या वास्तविक रूप में पढ़ पाते होंगे बच्चे
आपको बता दें कि विद्यालय में शिक्षकों की संख्या और पूरा मामला जानकर आप खुद अंदाजा लगा सकते हैं कि बच्चों की पढ़ाई कैसे होती होगी. क्या वास्तविक रूप में बच्चे पढ़ पाते होंगे. सवाल तो शिक्षा विभाग को लेकर भी उठ रहा है कि आखिर वो इन बच्चों को पढ़ाई को कैसे मैनेज कर रहा है. इस मामले में कहीं न कहीं शिक्षा विभाग की अनदेखी चलते इन बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ तो नहीं किया रहा है, जो अपने आप में बड़ा सवाल है.


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