रामपुर: सपा नेता आजम खान ने रविवार को किले के मैदान में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार आसिम राजा के लिए जनसभा कर वोट मांगे. इस मौके पर आजम खान ने कहा कि पार्लियामेंट की जीत के बाद शुक्रिया का जलसा करना नसीब नहीं हुआ. विधानसभा जेल से जीतने के बाद भी आपके दरमियान नहीं आ सका. आसिम राजा की वजह से यहा मौजूद हूं.


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आजम खान ने कहा कि बाबरी मस्जिद की कितनी बड़ी तहरीक चलाई मैं कन्वेनर था, लेकिन एक शब्द भी किसी हिन्दू देवी देवताओं के लिए नहीं कहा.उन्होंने कहा कि मेरे प्यारे नबी के खिलाफ या उनकी तौहीन के खिलाफ बोले गए अल्फाज को दोहराना भी गुनाह है. क्या हमारा ईमान हट गया है. वो हिफाजत करेगा. अपने नबी की आबरू की हिफाजत वो करेगा जो सातवें आसमान पर बैठा है. .


अमन और मोहब्बत की अपील 
रामपुर उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार आसिम राजा के पक्ष में जनता से वोट मांगने पहुंचे आजम खान ने कहा कि 'मैं तमाम हिंदुस्तान के लोगों से अमन और मोहब्बत की अपील करता हुआ.आग से आग नहीं बुझाई जा सकती. मोहब्बत का पैगाम हो. मैं जिंदा हूं तो आंच नहीं आने दूंगा. थोड़ा कमजोर हो गया हूं. इसलिए क्योंकि तुम भी तो कमजरो नजर आ रहे हो. कहा है तुम्हारा जोश'. 


कोरोना के दिन किए याद 
आजम खान ने आगे कहा कि कैसे भयानक कोरोना हुआ था मुझे. मैं दूसरी मंजिल पर भेजा गया, वहां सारे लोग मर गए. तीसरी पर भेजा गया वहा भी सारे लोग मर गए.मेरे सेहत की कमजोरी बहुत दिन नहीं रहेगी, लेकिन मेरे मारने का पूरा मंसूबा था लेकिन कत्ल नहीं करना चाहते थे, क्योंकि कत्ल का इल्जाम नहीं लेना चाहते थे. उन्होंने कहा कि हुजूर की शान में गुस्ताखी करने वाला बदनसीब हैं. उसका साथ मत दो. दुनिया का कोई तानाशाह नहीं बचा. दुनिया याद रखती है लेकिन तानाशाह के नाम से.


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