Uttarakhand: पहाड़ों पर फर्राटे भर रहीं महिला टैक्सी ड्राइवर, आत्मनिर्भर बनने के लिए पेश कर रही मिसाल
एक तरफ महिलाओं को घर परिवार संभालने के साथ अनेक जिम्मेदारियों को संभालने का जिम्मा होता है तो वहीं कुछ महिलाओं को इसके साथ-साथ आर्थिक दिक्कतों का भी सामना करना पड़ता है. लेकिन, इन सब परिस्थितियों से आगे निकलकर उत्तराखंड की एक महिला ने अन्य महिलाओं के लिए मिसाल पेश की है.
योगेश नागरकोटी/ बागेश्वर : एक तरफ महिलाओं को घर परिवार संभालने के साथ अनेक जिम्मेदारियों को संभालने का जिम्मा होता है तो वहीं कुछ महिलाओं को इसके साथ-साथ आर्थिक दिक्कतों का भी सामना करना पड़ता है. लेकिन, इन सब परिस्थितियों से आगे निकलकर उत्तराखंड की एक महिला ने अन्य महिलाओं के लिए मिसाल पेश की है. जी हां, उत्तराखंड की पहली टैक्सी ड्राइवर रेखा पांडे के बाद बागेश्वर की एक महिला पहाड़ो पर टैक्सी चलाकर अपना घर चला रही हैं.
टैक्सी चला रही महिला
बागेश्वर के जैनकरास पालडीछीना गांव की रहने वाली ममता जोशी महिला टैक्सी ड्राईवर के रूप में काम कर रही हैं. रेखा रोज बागेश्वर से अल्मोड़ा सवारी लेकर जाती हैं. आपको बता दें आत्मनिर्भर रेखा टैक्सी चलाकर ही अपना और अपने परिवार का पेट पालती हैं.
पति की बीमारी के बाद लिया टैक्सी चलाने का फैसला
ममता जोशी के पति की सेहत बिमारी के कारण ठीक नहीं रहती थी. इसके कारणवश उनके परिवार की आर्थिक स्थिथि ख़राब हो गई थी. इसकी के कारण ममता जोशी ने अपने हाथ में स्टेयरिंग पकड़ा और पहाड़ो पर फर्राटे भरते हुए टैक्सी चलाने लगी.
बागेश्वर की पहली महिला ड्राईवर
आपको बता दें कि ममता जोशी जिले की पहली महिला टैक्सी ड्राईवर है. ममता जोशी पिछले एक हफ्ते से टैक्सी चला रही हैं. ममता बागेश्वर से अल्मोड़ा डेली सर्विस टैक्सी चलाती है. बागेश्वर जिले की इस महिला टैक्सी चालक की लोग तारीफ करते नहीं थक रहे हैं.
WATCH: प्रभात गुप्ता हत्याकांड में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र को बड़ी राहत, HC ने सेशन कोर्ट का फैसला बरकरार रखा