बहराइच में मेढ़क की चाल चलने को क्यों मजबूर हुए होमगार्ड के जवान, वीडियो वायरल
होमगार्ड के जवान पुलिस वालों की तरह ही अनुशासन से बंधे होते हैं. कानून व्यवस्था बनाये रखने में उनकी भूमिका बेहद अहम होती है. इसके बाद भी आपने पुलिस के जवानों को किसी अनुशासनहीनता की वजह से मेढ़क बन जाने की सजा पाते शायद ही सुना हो, लेकिन होमगार्ड के जवानों के साथ ऐसा हुआ है. मामला बहराइच जिले का है.
राजीव शर्मा/ बहराइच: होमगार्ड के जवान लॉ एंड ऑर्डर बनाये रखने के लिए पुलिस के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलते हैं. हालांकि कई बार कुछ होमगार्ड के जवान भी अनुशासनहीनता कर बैठते हैं. ऐसे में उनके खिलाफ अलग-अलग तरीके की विभागीय कार्रवाई होती रहती हैं. बहराइच में इन दिनों होमगार्ड के कुछ जवानों को उनके प्रभारी द्वारा दी गई सजा का एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है. बताया जा रहा है कि होमगार्ड के इन जवानों को अनुशासनहीनता की वजह से मेढ़क चाल की सजा दी गई. बताया जा रहा है इन पर ड्यूटी पर देरी से आने का आरोप लगा था.
सोशल मीडिया पर हो रही ट्रोलिंग
पुलिस लाइन कार्यालय में 10 होमगार्ड मेढ़क चाल चलते हुए रेंग रहे हैं. इन सभी का यह वीडियो सोशल मीडिया में न सिर्फ वायरल हो रहा है बल्कि लोग खूब चटखारे भी ले रहे हैं. इसमें कई बुजुर्ग और अधेड़ उम्र के जवान भी हैं. हालांकि अनुशासन के दायरे में रहने की वजह से होमगार्ड के जवान अपनी बात खुलकर कहने से बच रहे हैं.
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होमगार्ड संघ ने जताई नाराजगी
यातायात प्रभारी के इस तुगलकी फरमान पर होमगार्ड संघ ने कड़ी नाराजगी जताई है. पुलिस सूत्रों का कहना है कि यातायात प्रभारी आनेन्द्र यादव के निर्देश पर दीवान शशिकांत कौल ने ट्रेफिक ड्यूटी में लगे होमगार्डों को यह सजा सुनाई है. बहरहाल मामला चाहे जो भी हो लेकिन होमगार्ड के जवानों को मिली इस सजा से सोशल मीडिया पर लोगों को अपनी प्रतिक्रिया देने का एक मौका मिल गया है. वैसे इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि होमगार्ड के जवान ड्यूटी तो पुलिस के जवानों की बराबर ही करते हैं लेकिन उनकी सेवा शर्तों और उन्हें मिलने वाली सुविधाओं में जमीन आसमान का अंतर होता है. यही वजह है कि होमगार्ड के जवान अक्सर दबी जुबान में अपना आक्रोश भी जाहिर करते नजर आते हैं.
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