राजीव शर्मा/बहराइच: 'वारिस पंजाब दे' संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह की तलाश जारी है.देश विरोधी गतिविधियों में शामिल रहे और पंजाब से भागे अमृतपाल की बहराइच के रास्ते नेपाल भाग जाने की आशंका जताई जा रही है. इसको देखते हुए एसएसबी ने बॉर्डर पर चौकसी बढ़ा दी है. बॉर्डर स्थित एसएसबी की चौकियों पर जगह-जगह अमृतपाल और उसके दो साथियों के पोस्टर चस्पा किए गए हैं. 


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पुलिस की पकड़ से दूर है 'वारिस पंजाब दे संगठन' का मुखिया अमृतपाल
वारिस पंजाब दे संगठन के मुखिया अमृतपाल सिंह के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन को छह दिन बीत चुके हैं. लेकिन अभी तक वह पुलिस की पकड़ से दूर है.  अमृतपाल के नेपाल भागने की आशंका है. ऐसे में उसको देश से बाहर भागने से पहले इंडो नेपाल बॉर्डर रूपईडीहा समेत बहराइच के सभी एसएसबी बॉर्डर चेकपोस्ट पर अमृतपाल सिंह और उसके दो साथियों के पोस्टर लगाए गए हैं.  चौकियों पर लगाए गए अमृतपाल सिंह और उसके साथियों के पोस्टर उनकी पहचान के लिए लगाए गए हैं, ताकि जो भी लोग इन चौकियों और बॉर्डर के किसी छोर से नेपाल में दाखिल हों तो इन पोस्टर से उनकी पहचान कर सकें. नेपाल बॉर्डर पर पुलिस की पैनी नजर हर आने जाने वाले पर है.


यूपी के बहराइच और लखीमपुर जिनपद में बड़ी तादात में सिख लोग रहते हैं. इससे पहले किसान आंदोलन के दौरान लखीमपुर हिंसा में मारे गए दो लोग बहराइच के मटेरा के मोहरनिया और नानपारा के बंजारन टांडा के रहने वाले थे. इनकी मौत पर बड़ी संख्या में पंजाब समेत कई जगहों के सिख समुदाय के लोग बहराइच में जमा हो गए थे.


हिरासत में Amritpal के 207 समर्थक
गौरतलब है कि खालिस्तानी विचारधारा के समर्थक अमृतपाल सिंह को पकड़ने के लिए बीते शनिवार से पंजाब पुलिस ऑपरेशन चला रही है. अब तक 207 समर्थकों को हिरासत में लिया जा चुका है. 


अमृतपाल लगातार पुलिस से बचने के लिए तमाम हथकंडे अपना रहा है. वो अपना भेष भी बदलता रहता है. इतना ही नहीं वो कभी गाड़ी तो कभी बग्गी और मोटरसाइकिल का इस्तेमाल बचने के लिए रहा है. पुलिस और खूफिया एंजेंसियों को आशंका है कि वो नेपाल भाग सकता है.


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