Bakrid 2023: इस्लाम धर्म में ईद-उल अजहा को पवित्र त्योहार माना जाता है. इसे आमतौर पर बकरीद के नाम से जाना जाता है. इसको लेकर इस्लाम धर्म को मानने वाले लोग इस त्योहार को बड़े ही धूमधाम से मनाते है. इस दिन बकरों की कुरबानी दी जाती है.  इससे पहले मुस्लिम समुदाय के लोग ईदुल अज़हा की तैयारी में कई दिन पहले से जुट जाते है.  जिस पर कुर्बानी को लेकर बकरे ,भेड़ ,मैदा आदि कुर्बानी वाले जानवरों को तैयार कर ईद-उल-अज़हा वाले दिन कुर्बानी किया जाता है. इसी को लेकर हिंदू घर में महिला ने बकरा पाला हैं, जो अपनी कीमत और नाम से सुर्ख़ियों में है. 


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हिंदू घर में पल रहे बकरें 
दिल्ली के मुकुंदपुर समता विहार में एक हिंदू महिला अल्लाह-मोहम्मद के नाम पर एक बकरे का पालन पोषण पिछले 18 महीनों से कर रही है. महिला का कहना है कि बकरे के शरीर पर एक तरफ मोहम्मद लिखा हुआ है तो दूसरी तरफ अल्लाह का नाम लिखा हुआ है, जिनका इस्लाम में बहुत ही बड़ा महत्व है. बकरे को पाल रही महिला का नाम दीपाली देवी है. 


परिवार की तरह कर रही देख रेख 
दीपाली देवी इस बकरे का पालन-पोषण अपने परिवार के सदस्यों की तरह कर रही है. दीपाली देवी ने लाड प्यार में इस बकरे का नाम मुर्मूम रखा है. इस बकरे को खाने में हरी घास के साथ  किसमिस छुआरे , बादाम व अन्य ड्राई-फूड भी खिलाए जाते हैं. आपको बता दे ईद-उल-अजहा का त्योहार अब नजदीक है. करीब 28 दिन बाद ईद-उल-अजहा का त्यौहार बड़ी धूमधाम से बनाया जाएगा. इससे पहले मुस्लिम समुदाय के लोग ईदुल अज़हा की तैयारी केई महीनों पहले शुरू करते है.  जिस पर कुर्बानी को लेकर बकरे ,भेड़ ,मैदा आदि कुर्बानी वाले जानवरों को तैयार कर ईद-उल-अज़हा वाले दिन कुर्बानी दी जाती है. आपको बता दें दीपाली देवी एक गरीब महिला है और गरीब होने के बावजूद भी उन्होंने मुर्मूम बकरे के पालने में किसी प्रकार की कमी नहीं छोड़ी है.  उनको उम्मीद है कि इस बार ईद-उल-अजहा के मौके पर कोई खरीदार मुर्मूम (बकरे) को खरीद ले, जिसके कारण उसके घर की आर्थिक स्थिति सुधर जाए.


Video:ईद-उल अजहा के लिए बकरे की कीमत लाखों में, हिंदू महिला ने पाला अल्लाह-मोहम्मद नाम का बकरा