Banke Bihari Temple Katha Vrindavan: हर दिन हजारों की संख्या में मथुरा-वृंदावन में भक्त आते हैं. भक्त अपने आराध्य भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन-पूजन के मंदिर आते हैं. कई बार ऐसा भी होता है कि श्रद्धालुओं की बढ़ती सख्यां की वजह से कभी-कभी कई भक्तों को दर्शन लाभ नहीं मिल पाता है. अगर आप वृंदावन जाने का प्लान कर रहे हैं तो आपको बता दें कि  ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में ग्रीष्मकालीन सेवा बृहस्पतिवार से शुरू हो गई है. इसी वजह से बांके बिहारी मंदिर में दर्शन के समय में भी बदलाव हो गया है. 


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ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर के प्रबंधक मुनीष शर्मा का कहना है कि गुरुवार को मंदिर के पट सुबह 7:45 पर भक्तों के लिए खोले गए. इसके बाद 7:55 पर सेवायतों ने ठाकुर बांकेबिहारीजी की शृंगार आरती की और दोपहर 11 बजे ठाकुरजी को राज भोग अर्पित किया. वहीं 11:30 बजे पुन: ठाकुरजी के दर्शन दर्शनार्थियों को हुए.  इसके बाद 11:55 पर राज भोग आरती के साथ ही प्रात:कालीन दर्शन पूरे हुए.


बता दें कि शाम को 5:30 बजे मंदिर के पट खुलते ही भक्तों का सैलाब मंदिर में जमकर उमड़ा. इसके बाद 8:30 बजे ठाकुरजी को शयन भोग लगाया गया और 9:05 बजे भक्तों को दर्शन देने के साथ 9:25 पर मंदिर के सेवायत गोस्वामियों ने शयन भोग आरती की.


मंदिर के बारे में बताया जाता है कि वृंदावन का बांके बिहारी मंदिर ऐतिहासिक और चमत्कारों से भरा है. यहां पर भगवान श्रीकृष्ण (Lord Krishna) की मूर्ति को बार-बार पर्दा किया जाता है. भगवान कृष्ण की लीलाओं से ओतप्रोत मथुरा के वृंदावन स्थित इस मंदिर में रोजाना हजारों श्रद्धालु आते हैं. वृंदावन के कण-कण में भगवान श्री कृष्ण का वास माना जाता है. वृंदावन की गलियों में भगवान कृष्ण ने लीलाएं की थीं. रोजाना यहां पर श्रद्धालु मन में आस लिए आते हैं और ठाकुर जी के दर्शन करते हैं.