नितिन श्रीवास्तव/बाराबंकी: आपने 'नाजायज' फिल्म का मशहूर गाना 'अभी जिंदा हूं तो जी लेने दो' तो सुना होगा. इस फिल्मी गाने की लाइनें यूपी में सरकारी सिस्टम की लापरवाही पर बिल्कुल सटीक बैठती हैं. उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले से ऐसा ही एक मामला सामने आया है. आरोप है कि यहां जीवित होते हुए भी एक बुजुर्ग महिला को मृत घोषित कर दिया गया. अब पीड़ित महिला अपने जिंदा होने का प्रमाण लेकर सरकारी कार्यालयों के चक्कर काट रही हैं. वह कह रही है कि मैंने ऐसा क्या गुनाह किया जो अपनों ने हमें जीते-जी मार डाला.


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यहां का है पूरा मामला
दरअसल, जिले के सरकारी सिस्टम पर सवाल खड़े करने वाली यह घटना सिरौली गौसपुर तहसील क्षेत्र से सामने आई है. यहां के सेवड़ा गांव की 71 वर्षीय बुजुर्ग महिला दशरथ देवी अपने जीवित होने के प्रमाण लेकर सरकारी कार्यालयों के चक्कर काट रही हैं. दशरथ देवी अपना जीवित प्रमाण पत्र और अन्य कागजात लेकर सिरौलीगौसपुर के नायब तहसीलदार के पास पहुंची.


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पीड़ित महिला का आरोप


नायब तहसीलदार के पास पहुंचकर बुजुर्ग महिला ने अपने जीवित होने के प्रमाण दिखाए और कहा कि साहब अभी मैं जिंदा हूं. बुजुर्ग महिला दशरथ देवी का आरोप है कि जमीन हड़पने की नीयत से उनके ही परिवार वालों ने उनका फर्जी मृत्यु सर्टिफिकेट बनवाया. इसके बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया है. दशरथ देवी ने नायब तहसीलदार और अन्य अधिकारियों के सामने पहुचकर न्याय की गुहार लगाई है. अधिकारी इस मामले में जांच के बाद कार्रवाई की बात कह रहे हैं. फिलहाल, यह मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है.


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