नितिन श्रीवास्तव/बाराबंकी: सरकारी हॉस्पिटल, सीएचसी और पीएचसी से जुड़े डॉक्टर और कर्मचारी अगर चाह लें तो प्राइवेट हॉस्पिटलों से कहीं बेहतर सुविधाएं आम जनमानस को मुहैया करा सकते हैं. बाराबंकी जिले की एक सीएचसी ने भी सफलता की ऐसी ही कहानी लिखी है, जो बाकियों के लिये मिसाल बन गई है. दरअसल लगातार चार बार कायाकल्प पुरस्कार में जीतने के बाद इस सीएचसी ने अब राष्ट्रीय पुरस्कार NQAS (National Quality Assurance Standards) अपने नाम किया है. 


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हाईटेक सुविधाओं के आगे प्राइवेट अस्पताल भी हैं फेल
बात अगर सीएचसी में सफाई और सुविधाओं की करें तो वह इतनी हाईटेक हैं कि इसके आगे प्राइवेट हॉस्पिटल्स भी फेल हैं, यहां के डाक्टर और स्टाफ मरीजों के इलाज में दिन-रात एक कर रहे हैं. इसी का नतीजा है कि भारत सरकार ने इसे अवॉर्ड से नवाजा है.


पीएम मोदी करेंगे सम्मानित
नेशनल क्वालिटी इंश्योरेंस स्टैंडर्ड अवार्ड जीतने वाली वह सीएचसी बड़ागांव है. दरअसल कायाकल्प पुरस्कार जीतने वाली प्रदेश की सभी सीएचसी को राष्ट्रीय पुरस्कार में प्रतिभागी होने का मौका मिला था. जिसमें नेशनल क्वालिटी इंश्योरेंस स्टैंडर्ड अवार्ड के लिए लगातार चार बार कायाकल्प अवॉर्ड जीतने वाली सीएचसी बड़ागांव का चयन हुआ है. जानकारी के मुताबिक यहां के सीएचसी अधीक्षक डा. संजीव कुमार को प्रधानमंत्री सम्मानित भी करेंगे. इसके साथ ही सीएचसी की सुविधाओं में भी बढ़ोतरी होगी. वहीं इस उपलब्धि के बाद स्वास्थ्य विभाग के आलाधिकारियों में भी काफी खुशी का माहौल है, इस अवॉर्ड के लिए सीएमओ ने सीएचसी के सभी डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ को बधाई दी है.


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ऐसे होता अवॉर्ड के लिए चयन
आपको बता दें कि इस अवॉर्ड के लिए भारत सरकार की ओर से सीएचसी की जांच की जाती है. इसके तहत 28 और 29 अक्टूबर को दो सदस्यीय टीम ने ओपीडी, इमरजेंसी, लेबर रूम, लैबोरेट्री, जनरल एडमिन, फार्मेसी की बिंदुवार जांच की थी. टीम की रिपोर्ट के बाद सीएचसी बड़ागांव का इस उपलब्धि के लिये चयन किया गया है. जिसके बाद भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की अपर सचिव एवं मिशन की निदेशक रोली सिंह ने परिणाम घोषित किया. इसमें सीएचसी बड़ागांव को 83.12 फीसदी अंक मिले और अवॉर्ड के लिये चयन किया गया.


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अवॉर्ड स्टाफ की दिन-रात मेहनत का नतीजा - सीएचसी अधीक्षक
सीएचसी अधीक्षक डॉ. संजीव कुमार ने बताया कि इस अवॉर्ड को हासिल करने के लिये हमारे पूरे स्टाफ ने दिन-रात एक करके मेहनत की है. इस उपलब्धि के बाद हमारी सीएचसी पर सुविधाएं बढ़ेंगी, जिसका सीधा लाभ ग्रामीण क्षेत्र की जनता को मिलेगा. वहीं सीएमओ डॉ. अवधेश कुमार यादव ने बताया कि भारत सरकार की टीम ने आठ अलग-अलग बिंदुओं पर सीएचसी बड़ागांव की जांच की थी, जिसमें वह खरी उतरी और नेशनल क्वालिटी इंश्योरेंस स्टैंडर्ड अवॉर्ड हासिल किया है.


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