Barabanki : खेलते-खेलते पहुंच गए पटरी के पास, ट्रेन की चपेट में आने से दो बच्चों की दर्दनाक मौत
बाराबंकी के सतरिख क्षेत्र की घटना, घर से खेलते-खेलते रेलमार्ग के पास पहुंचे. पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा.
बाराबंकी : बाराबंकी के सतरिख क्षेत्र में दो बच्चे घर से बाहर खेलते-खेलते रेलवे पटरी के पास जा पहुंचे. इस दौरान ट्रेन की चपेट में आने से दोनों बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई. मरने वालों में एक बच्चा भैया दूज पर अपनी मां के साथ ननिहाल आया था. सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों बच्चों के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.
भैयादूज पर मां के साथ ननिहाल गया था हरिकेश
लखनऊ के गोमतीनगर थाना क्षेत्र की डिगडिगा निवासी समुन अपने 10 वर्षीय बेटे हरिकेश के साथ भैया दूज पर मायके गई थी. सुमन का मायका बाराबंकी के सतरिख थाना क्षेत्र के संदौली गांव में है. संदौली गांव रेलमार्ग के किनारे बसा है. सुबह हरिकेश पड़ोस में रहने वाले आयुष पुत्र मुन्ना यादव के साथ घर के बाहर खेल रहा था. खेलते-खेलते हरिकेश और आयुष रेलवे ट्रैक के पास पहुंच गए. इसी बीच दोनों किसी ट्रेन की चपेट में आ गए.
एकलौता बेटा था आयुष
सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया. वहीं घटना के बाद गांव में कोहराम मच गया. घर वालों का रो-रोकर बुरा हाल है. गांव वालों ने बताया कि आयुष मुन्ना का एकलौता बेटा था. मुन्ना यादव एक मामले में जेल में बंद है. मुन्ना की पत्नी राधा मजदूरी कर अपने बच्चे का भरण पोषण करती है.
मामले की जांच में जुटी पुलिस
सतरिख के थाना प्रभारी संतोष कुमार ने बताया कि प्रथमदृष्टया बच्चे ट्रेन की चपेट में आ गए. आशंका व्यक्त की जा रही है कि एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आए होंगे. मामले की जांच की जा रही है. गांव वालों से पूछताछ में पता चला है कि आयुष और हरिकेश दोनों सुबह 8 बजे घर से खेलते हुए दूर निकल गए थे.