Bhadohi: शिवसेना के पूर्व विधायक समेत तीन पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज, फर्जी पावर ऑफ अटार्नी पेश करने का आरोप
शिवसेना के पूर्व विधायक और उत्तर प्रदेश के भदोही निवासी घनश्याम दुबे की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है. दुबे के खिलाफ एक दीवानी अदालत ने फर्जी दस्तावेज के आधार पर जमीन के मामले में जांच के आदेश दिए है.
भदोही: उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में जमीने विवाद (Land dispute) को लेकर कागजों में हेराफेरी का मामला सामने आया है. पीडिता ने न्यायालय में प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई थी. कोर्ट ने शिवसेना (Shivsena) के पूर्व विधायक एवं भदोही के रहने वाले उद्योगपति घनश्याम दुबे समेत तीन लोगों के खिलाफ फर्जी मुख्तारनामा यानी पवार ऑफ अटार्नी (Power of attorney) बनाकर ज़मीन पर कब्जा करने के मामले में आरोपी ठहराया है. न्यायधीश ने करीब 30 साल पुराने इस मामले में मुकदमा दर्ज दर्ज करने के आदेश दिए हैं.
क्या है पूरा मामला
मिली जानकारी के मुताबिक शहर की गाटा संख्या 552 की ज़मीन को भदोही निवासी भोला नाथ शुक्ला ने राजकुमारी देवी से खरीदा था. सभी सरकारी दस्तावेजों में भी भोला नाथ शुक्ल का ही नाम दर्ज था. मगर घनश्याम दुबे ने राजकुमारी के नाम से एक फर्जी मुख्तारनामा बनवा कर सब रजिस्ट्रार की मिलीभगत से जमीन को अपने नाम करा लिया. मामला सामने आने के बाद राजकुमारी देवी ने 22 अप्रैल 1992 में मुख्तारनामे को फर्जी बताते हुए अदालत में याचिका दायर की थी. इस वाद में अदालत ने कई बार मुख्तारनामे सहित सुबूत मांगे जो पेश नहीं किये गए. इस पर अदालत ने 16 दिसंबर 2022 को राजकुमारी के पक्ष में फैसला सुनाया.
इसके बाद भोला नाथ शुक्ला ने अपर जिला अधिकारी/जिला निबंधन अधिकारी शैलेन्द्र कुमार मिश्रा से जमीन के कागजातों में अपना नाम दर्ज कराने दर्ज कराने और पूर्व विधायक दुबे के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की अपील की. अपर जिला अधिकारी ने इस संबंध में सब रजिस्ट्रार सहित सभी पक्षों से सबूत मांगे. इस पर घनश्यम दुबे और सब रजिस्ट्रार कोई सही कागज पेश नहीं कर पाए. इस पर कार्रवाई करते हुए अधिकारी ने पुलिस को पूर्व विधायक घनश्याम दुबे, उनके वाहन चालक एवं उप रजिस्ट्रार के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिये गए.
पुलिस ने दी जानकारी
थाना प्रभारी निरीक्षक राकेश कुमार सिंह ने बताया कि क्षेत्र के कुसौडा निवासी एवं महाराष्ट्र के पूर्व विधायक घनश्याम दुबे, उनके वाहन चालक हरि प्रसाद और भदोही तहसील के तत्कालीन उप रजिस्ट्रार के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में मामला दर्ज किया गया. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है. जो भी तथ्य निकलकर आएंगे उस आधार पर कार्रवाई की जाएगी.