PM Kisan: पीएम किसान योजना में हुआ ये बड़ा बदलाव, 13वीं किस्त चाहिए तो फौरन कर लें ये जरूरी काम
PM kisan Yojna: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में एक बड़ा बदलाव हुआ है. फर्जीवाड़े को रोकने के लिए लाभार्ती किसानों को इस दस्तावेज को पीएम किसान की ऑफिशियल वेबसाइट pmkisan.nic.in पर अपलोड करना होगा वरना 2 हजार रुपये से हाथ धोना पड़ सकता है.
PM Kisan Yojna: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi) का लाभ देश के करोड़ों जरूरतमंद किसानों को मिल रहा है. पीएम किसान योजना (PM kisan Yojna) की अब तक 12 किस्तें किसानों के खाते में ट्रांसफर की जा चुकी हैं. हालांकि, 13वीं किस्त (13 Installment) आने में अभी काफी समय है लेकिन किसान अभी से इसको लेकर इंतजार में जुट गए हैं.इसी बीच योजना में फर्जीवाड़े को रोकने के लिए बड़ा अपडेट सामने आया है,
13वीं किस्त चाहिए तो फौरन कर लें ये काम
गौरतलब है कि पीएम किसान योजना के जरिए जहां करोड़ों जरूरतमंद किसानों की आर्थिक मदद हो रही है, वहीं फर्जीवाड़े के जरिए अपात्रों के योजना का लाभ लेने की खबरें भी सामने आती रहती हैं. सरकार द्वारा इस पर लगाम लगाए जाने के लिए समय-समय पर बदलाव किए जाते हैं. इसी को लेकर अब सरकार ने लाभार्थी किसान को भूलेखों का सत्यापन कराना अनिवार्य कर दिया गया है. ऐसा नहीं करने पर लाभार्थी किसानों के खाते में 13वीं किस्त का पैसा नहीं आएगा.
आधार को बैंक अकाउंट से लिंक कराना अनिवार्य
अगर आप भी इन अड़चनों से बचना चाहते हैं, तो फौरन राशनकार्ड की सॉफ्ट कॉपी पीएम किसान की ऑफिशियल वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाकर अपलोड कर दें. इसके अलावा आधार कार्ड को बैंक अकाउंट से लिंक कराना अनिवार्य है, अगर ऐसा नहीं किया है तो फौरन ये काम कर लें. बता दें, योजना के जरिए लाभार्थी किसानों को 2000 रुपये की आर्थिक मदद केंद्र सरकार द्वारा दी जा रही है.
कब आ सकती है पीएम किसान की 13वीं लिस्ट
पीएम किसान योजना की 12वीं किस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों के खाते में 17 अक्टूबर 2022 को ट्रांसफर किया था. जिसके बाद अब 13वीं किस्त जनवरी में ट्रांसफर की जा सकती है. दरअसल साल 2021 में जनवरी में ही किसानों के खाते में पीएम किसान का पैसा ट्रांसफर किया गया था. गौरतलब है कि योजना के तहत हर साल किसानों के खाते में 6 हजार रुपये ट्रांसफर किए जाते हैं. यह पैसा 2-2 हजार रुपये की तीन बराबर किस्तों में चार महीने के अंतराल पर भेजा जाता है.