Bijnor: बिजनौर में प्रतिबंधित कुत्ते का कहर, पिटबुल ने मासूम को बनाया शिकार
बिजनौर में स्कूल से लौट रही मासूम बच्ची को जानलेवा पिटबुल ने बनाया शिकार, कान और शरीर पर काट किया गंभीर रूप से घायल, पीड़ित बच्ची के परिजनों ने कराया मुकदमा दर्ज
राजवीर चौधरी/ बिजनौर: उत्तर प्रदेश सरकार के आदेश पर जानलेवा कुत्तों पर प्रतिबंध लगाने के बावजूद भी लोग इनको पालने से बाज नहीं आ रहे हैं. शानों शौकत दिखाने के लिए लोग प्रतिबंधित जानलेवा कुत्ते रोटवीलर, पिटबुल, मैस्टिम जैसे खतरनाक नसल के कुत्तों को पल रहे हैं. हालही में बिजनौर में पिटबुल ने स्कूल से लौट रही एक बच्ची पर जानलेवा हमला कर दिया.
यह था मामला
बिजनौर के नूरपुर थाना इलाके के शहीद नगर के रहने वाले धरमसिंह की बेटी नव्या को 24 जनवरी को स्कूल से घर जाते समय प्रतिबंध कुत्ते पिटबुल (pitbull) ने हमला कर मासूम बच्ची का कान काटकर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया था. घटना के बाद आनन-फानन में बच्ची के परिजनों ने उसे अस्पताल में भर्ती करवाया था.
परिजनों ने करवाया मुक़दमा दर्ज
अस्पताल से छुट्टी के बाद पीड़ित बच्ची के परिजनों ने कुत्ते के मालिक अमरजीत की पत्नी और पुत्र के खिलाफ थाने में तहरीर दी. तहरीर के आधार पर पुलिस ने दोनों खिलाफ IPC की धारा 289 और 325 के तहत मुक़दमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
बिना पट्टे के घूम रहा था कुत्ता
जानकारी के अनुसार पिटबुल बिना पट्टे' के ही घूम रहा था. नव्या जैसे ही स्कूल के ऑटो से निचे उत्तरी वैसे ही खूंखार कुत्ते ने नव्या पर जानलेवा हमला कर दिया. वहां से गुजर रहे लोगों ने बताया कि जब तक लोग उसे बचाते, तब तक कुत्ते ने बच्ची को काटकर बुरी तरह घायल कर दिया था. कुत्ते ने बच्चू के कान सहित शरीर पर कई जगह काटकर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया.
प्रदेश में इन कुत्तों पर है प्रतिबंध
यूपी में करीब 5000 लोग ऐसे हैं, जिनके यहां सिबेरियन, हुसकी, डाबरमैन, पिन्सचर तथा बाक्सर ब्रीड-724, पिटबुल (PITBULL) और रॉटविलर प्रजाति के कुत्ते पाले गए हैं. कुत्तों की प्रजाति को देखते हुए कई नगर निगमों ने अब अपने यहां रजिस्ट्रेशन शुल्क लगा दिया है. बिना रजिस्ट्रेशन के अब कोई भी इन कुत्तों को नहीं पल सकता. नगर विकास ने पिटबुल, रॉटविलर और इंग्लिश मास्टिफ़ के पालने पर रोक लगा दी गई है. यूपी में कुत्ते की काटने की घटनाएं काफी बढ़ रही हैं. खासकर खतरनाक प्रजाति के पालतू कुत्तों के हमले का लोग ज्यादा शिकार हो रहें हैं.