अनुप प्रताप सिंह/अंबेडकर नगर: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) से पहले आयाराम-गयाराम का दौर शुरू हो चुका हैं. भाजपा को एक के बाद एक झटका लग रहा है. पिछले सप्ताह भाजपा के जिला उपाध्यक्ष और अकबरपुर से विधानसभा का चुनाव लड़ चुके चन्द्र प्रकाश वर्मा ने भाजपा छोड़ बसपा में शामिल हुए थे. वहीं, जलालपुर के कद्दावर नेता एवं 2017 में भाजपा के टिकट पर जलालपुर विधानसभा से चुनाव लड़ चुके राजेश सिंह भाजपा छोड़कर बसपा में शामिल हो गए.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

हो सकते हैं जलालपुर विधानसभा से बसपा के प्रत्याशी 
बसपा के कॉर्डिनेटर घनश्याम चंद्र खरवार ने राजेश सिंह को बसपा की सदस्यता दिलाई. राजेश सिंह का पार्टी छोड़ना भाजपा के लिए तगड़ा झटका माना जा रहा है. वहीं अब यह भी समझा जा रहा है कि बसपा उन्हें 2022 में जलालपुर से विधानसभा का चुनाव लड़ा सकती है.


पूर्व विधायक शेर बहादुर सिंह के पुत्र हैं राजेश सिंह
राजेश सिंह पूर्व विधायक स्वर्गीय शेरबहादुर सिंह के पुत्र हैं. शेर बहादुर सिंह की गिनती पूर्वाचल के बड़े नेताओं में होती है. वह पांच बार जलालपुर से विधायक रहे हैं. शेर बहादुर सिंह ऐसे नेता थे, जिनके लिए दल कोई मायने नहीं रखता था. वह जिस भी पार्टी में गए और चुनाव लड़े हैं, उसी पार्टी से उन्हें जीत मिली है.
उनकी गिनती जमीनी नेताओ में होती है,


पिता की जगह पर लड़े थे चुनाव 
बता दें कि राजेश सिंह 2012 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े और जीतकर विधानसभा में पहुंचे. लेकिन, 2017 में वह भाजपा में शामिल हो गए. उनकी तबियत खराब होने के कारण 2017 में उनके पुत्र राजेश सिंह को भाजपा ने चुनाव लड़ाया था. लेकिन, वह जीत नहीं पाए थे. पिछले कुछ दिनों से वह पार्टी से किनारा कर लिए थे, जिसके बाद समझा जा रहा था कि वह जल्द ही किसी पार्टी में शामिल होंगे.


Bhojpuri Song Dance Video 2021 :गांव की गोरी की CUTE अदाओं की कायल हुई दुनिया, वीडियो देख आप भी कहेंगे वाह!


UP की आधी अबादी को बेबी-स्वाति और अदिति देंगी नई धार, UP Chunav में ऐसे करेंगी BJP की नैया पार!


WATCH LIVE TV