मोहित गोमत/बुलंदशहर: यूपी में समाजवादी पार्टी के MLC स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरित मानस (Ramcharitmanas) को लेकर विवादित बयान दिया जिसके बाद सियासत में हलचल तेज हो गई है.  मौर्य ने रविवार को कहा- कई करोड़ लोग रामचरित मानस को नहीं पढ़ते. यह तुलसीदास (Tulsidas) ने अपनी खुशी के लिए लिखा है. सरकार को रामचरित मानस के आपत्तिजनक अंश हटाना चाहिए या इस पूरी पुस्तक को ही बैन कर देना चाहिए. रामचरितमानस को लेकर टिप्पणी करने वाले सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान की मुलायम सिंह यादव की पुत्रवधू और बीजेपी नेता अपर्णा यादव ने निंदा की है.


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अपर्णा यादव ने दी प्रतिक्रिया
समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) के रामचरितमानस के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए अपर्णा यादव ने कहा राम (Lord Rama) भारत का चरित्र हैं, राम किसी एक धर्म या मजहब के नहीं हैं. प्रभु श्री राम शांति का प्रतीक हैं. उन्होंने शबरी के झूठे बेर खाकर इतिहास गढ़ा. आज भी भारत में कहा जाता है बेटा हो तो राम जैसा हो.


खुद किया अपने चरित्र का चित्रण
रविवार को बुलंदशहर के नुमाइश ग्राउंड में आयोजित एक शाम सांवरिया के नाम कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंची मुलायम सिंह यादव की पुत्रवधू और भाजपा लीडर अपर्णा यादव (Aparna Yadav) ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने भगवान श्री राम के रामचरित मानस पर इस तरह की टिप्पणी कर अपने खुद के चरित्र का चित्रण किया है.


रामचरित मानस जीवन जीने की पद्धति सिखाने वाला महान ग्रंथ-मनोज पांडेय
एक तरफ जहां समाजवादी पार्टी के एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस पर दिए गए विवादित बयान पर पार्टी की फजीहत हो रही है, तो वहीं दूसरी तरफ अब समाजवादी पार्टी के विधानसभा में मुख्य सचेतक मनोज पांडेय का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि रामचरितमानस जीवन जीने की पद्धति सिखाने वाला महान ग्रंथ है. उन्होंने रामचरितमानस की चौपाई सुना कर उसकी महत्ता का वर्णन किया है. साथ ही कहा कि हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं. 


ओम प्रकाश राजभर ने भी साधा निशाना
सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने समाजवादी पार्टी पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि सपा का अस्तित्व खत्म हो रहा है. रामचरित मानस पर दिए गए विवादित बयान पर ओपी राजभर ने कहा कि स्वामी प्रसाद पर सपा को कार्यवाही करनी चाहिए.सपा का अस्तित्व खत्म हो रहा है।विनाश काले विपरीत बुद्धि. जब  सत्ता में थे तब क्यों नही बैन किया.जाति जनगणना पर हितैषी बनने की कोशिश कर रहे हैं.


 


मौर्य ने दिया था राममचरित मानस पर बयान
बता दें कि पूर्व मंत्री समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि रामचरितमानस के कुछ हिस्सों पर मुझे आपत्ति है. सपा नेता ने कहा, रामचरितमानस में दलितों और महिलाओं का अपमान किया गया है. तुलसीदास की रामायण में कुछ ऐसे अंश हैं, जिन पर हमें आपत्ति है. किसी भी धर्म में किसी को गाली देने का हक नहीं है. तुलसीदास की रामायण में चौपाई है. इसमें वह शूद्रों को अधम जाति का होने का सर्टिफिकेट दे रहे हैं, धर्म के नाम पर विशेष जाति का अपमान किया गया है.  तुलसीदास ने ग्रंथ को अपनी खुशी के लिए लिखा था. करोड़ों लोग इसे नहीं पढ़ते.  इस ग्रंथ को बकवास बताते हुए कहा कि सरकार को इस पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए. बता दें कि इससे पहले 11 जनवरी को बिहार के शिक्षामंत्री चंद्रशेखर ने भी रामचरित मानस को नफरत फैलाने वाला हिंदू धर्म ग्रंथ बताया था.


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