Mission 2024 : UP में नगर निकाय चुनाव भले ही टल गए हों, लेकिन दिग्गज नेताओं के दौरे जनवरी 2023 में नव वर्ष के बाद शुरू होंगे. भाजपा इस दौरान पार्टी सांसदों के कामकाज की समीक्षा करेगी. 80 सीटों वाले यूपी में लोकसभा चुनाव में ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतने की रणनीति को जमीनी धरातल पर उतारने का काम शुरू होगा.बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, संगठन महासचिव बीएल संतोष और गृह मंत्री अमित शाह अगले महीने उत्तर प्रदेश का दौरा करेंगे.इन नेताओं के यूपी दौरे को जनवरी में शेड्यूल किया जा रहा है.


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दिग्गज नेताओं की मौजूदगी में हर लोकसभा क्षेत्र की मूल्यांकन प्रक्रिया और उसके साथ ही उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया शुरू होगी. सूत्रों का कहना है कि बीजेपी खराब प्रदर्शन करने वाले कई मौजूदा सांसदों का टिकट काटेगी, खासकर जिन्होंने 75 साल की आयुसीमा पार कर ली है. उत्तर प्रदेश में बीजेपी के कई सांसद हैं, जिन्होंने 2014 और 2019 में मोदी लहर में चुनाव जीता था, लेकिन उनके निर्वाचन क्षेत्र में उनकी लोकप्रियता अच्छी नहीं है. स्थानीय जनता उनके कामकाज औऱ गैरमौजूदगी को लेकर नाराज है.


सूत्रों ने बताया है कि जिन लोगों का प्रदर्शन औसत से भी कम पाया गया है,उन्हें सत्ता विरोधी असंतोष से निपटने की चुनौती के तहत बदला जा सकता है. हालांकि बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व फूंक फूंक कर कदम रख रहा है, ताकि चुनाव आने पर कोई उम्मीदवार बगावत कर मैदान में ताल न ठोक दे. सूत्रों का कहना है कि हिमाचल प्रदेश में बागी उम्मीदवारों ने जिस तह पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों को नुकसान पहुंचाया, वो पार्टी के लिए एक सबक की तरह है और पार्टी अब ऐसी कोई गलती दोहराना नहीं चाहती. ऐसी समस्याओं से समय रहते ही निपट लिया जाएगा ताकि ऐसे कारकों को कमजोर किया जा सके.


पार्टी नेता ने कहा कि उम्मीदवार चुनने की कसौटी में प्रदर्शन ही एकमात्र आधार बनाया जाएगा.उत्तर प्रदेश औऱ केंद्र दोनों में लंबे समय से बीजेपी सरकार है, ऐसे में खराब प्रदर्शन को किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जाएगा.


यूपी बीजेपी अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी का कहना है कि पार्टी का लक्ष्य 2024 में प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटें जीतना है. 2019 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने 64 सीट जीती थीं. 16 लोकसभा सीटों पर उसे हार का मुंह देखना पड़ा. लेकिन लोकसभा उपचुनाव में बीजेपी ने रामपुर और आजमगढ़ सीट भी विपक्ष से झटक ली. रायबरेली और मैनपुरी ऐसी दो सीटें हैं, जिन पर बीजेपी की लंबे समय से नजर है. कांग्रेस की इकलौती सीट रायबरेली है, जहां से सोनिया गांधी  सांसद है. मैनपुरी उपचुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के प्रति सहानुभूति लहर में समाजवादी पार्टी ने फिर चुनाव जीत लिया.


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