नितिन श्रीवास्तव/बाराबंकी: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने 100 दिनों में मिशन 75 लाख निःशुल्क कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम का शुभारंभ किया. इस कार्यक्रम में मंत्री ने मदरसों को लेकर भी बड़ा ऐलान किया. इसके अलावा उन्होंने कहा कि प्रदेश में करीब साढ़े आठ हजार मदरसे गैर मान्यता प्राप्त हैं. उन्होंने कहा कि मदरसों के सर्वे का विरोध वे लोग कर रहे थे, जिनके खुद के बच्चे कॉन्वेंट में पढ़ रहे हैं जबकि मदरसों में गरीब मुसलमानों के बच्चे पढ़ते हैं. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की इच्छा के अनुसार योगी सरकार गरीब मुसलमानों के बच्चों को एक हाथ में कुरान और एक में लैपटॉप देकर उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोड़ेगी. 


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मंत्री धर्मपाल सिंह ने बताया क्यों कराया गया सर्वे 
मंत्री धर्मपाल सिंह ने मदरसों को लेकर कहा कि केंद्र की मोदी सरकार और प्रदेश की योगी सरकार मदरसों में पढ़ने वाले सभी गरीब मुसलमानों के बच्चों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने जा रही है. उन्होंने कहा कि पहले हुजूर के बेटे ही हुजूर बनते थे, लेकिन अब मजदूर के बेटे भी हुजूर बनेंगे. उनकी सरकार मदरसों में ऐसी व्यवस्था बनवाने जा रही है. मंत्री के मुताबिक अब तक बच्चों को मदरसों में केवल मौलवी बनाया जाता था, लेकिन हमारी सरकार अब मदरसों के बच्चों को आईएएस और आईपीएस जैसा बड़ा अधिकारी बनाएगी. इसीलिये सर्वे कराया गया है. 


 कैबिनेट मंत्री ने कहा कि मदरसों में अच्छी शिक्षा मिले और यहां बच्चों को कौशल विकास जैसी योजनाओं से कैसे जोड़ा जाए. इसकी रणनीति बनाई जाएगी. उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा है कि न्याय सभी को और तुष्टीकरण किसी को भी नहीं जिसकी गलती होगी उसे दंडित भी किया जाएगा. साथ ही जो अच्छा करेगा उसे पुरस्कृत भी किया जाएगा.


मंत्री ने कहा कि मदरसों में बच्चों को दीनी तालीम के साथ हिंदी और इंग्लिश जैसे दूसरे विषय भी पढ़ाएगी. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने अच्छा शिक्षा व्यवस्था को लागू करने के लिये मदरसों का सर्वे कराया है. इसके अलावा मंत्री ने वक्फ संपत्तियों को लेकर भी कहा कि उनकी सरकार रेवेन्यू रिकॉर्ड को ठीक कराएगी। जिससे जो संपत्ति वक्फ की है, वह वापस मिले और जो नहीं है वह हटाई जाए.