सुप्रीम कोर्ट ने लोकसभा चुनाव या विधानसभा चुनाव में एक व्यक्ति कोएक ही सीट पर चुनाव लड़ने की इजाज़त देने की मांग वाली याचिका ठुकरा दी है. सुप्रीम कोर्ट ने 
याचिका पर सुनवाई से इंकार किया है. अदालत ने कहा, ये  राजनीतिक लोकतंत्र से जुड़ा नीतिगत मसला है. इस पर कोई भी फैसला लेने का अधिकार  संसद को ही है. मौजूदा क़ानून के मुताबिक एक व्यक्ति दो सीटों पर चुनाव लड़ सकता है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता अश्विनी उपाध्याय की ओर से दाखिल याचिका में कहा गया था कि किसी उम्मीदवार के दोनों सीटों पर चुनाव जीतने की स्थिति में उसे एक सीट छोड़नी पड़ती है. इस कारण चुनाव आयोग को उप चुनाव कराना पड़ता है. इससे सरकारी खजाने से खर्च के कारण बोझ पड़ता है. ये उन मतदाताओं के साथ भी नाइंसाफी है, जो किसी राजनीतिक दल के उम्मीदवार को अपना प्रतिनिधि बनाने के लिए वोट देते हैं. 


गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव, पूर्व सीएम अखिलेश यादव, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत देश के तमाम बड़े राजनीतिक नेता लोकसभा की दो सीटों या विधानसभा की दो सीटों पर चुनाव लड़ चुके हैं. अगर पूरे देश की बात करें तो इसकी फेहरिस्त और भी लंबी है. अक्सर ऐसा भी देखा जाता है कि दो सीटों से कोई राजनीतिक दल का उम्मीदवार चुनाव लड़ता है. अगर वह दोनों सीटों से जीत भी जाता है तो खाली हुई सीट पर उपचुनाव में मतदान में भी मतदाता ज्यादा उत्साह नहीं दिखाते हैं.