बारिश और ठंड में भी अमरनाथ पहुंचना होगा आसान, सुरंग के साथ 22 किमी लंबी सड़क बनेगी
अमरनाथ यात्रियों को अब बाबा बर्फानी तक पहुंचने में रास्ते में कोई अड़चन नहीं आएगी. केंद्र सरकार चंदनवाड़ी और संगम के बीच के 22 किलोमीटर रूट पर लंबी सड़क बनाएगी. इस मार्ग के 11 किलोमीटर भाग पर सुरंग रोड भी बनाई जाएगी.
अमरनाथ. अमरनाथ की यात्रा करने वाले तीर्थयात्रियों के लिए अच्छी खबर है. केंद्र सरकार श्रद्धालुओं की राह आसान करने जा रही है. केंद्र सरकार ने चंदनवाड़ी और संगम के बीच के 22 किलोमीटर रूट पर लंबी सड़क बनाएगी. इस मार्ग के 11 किलोमीटर भाग पर सुरंग रोड भी बनाई जाएगी. यह गणेश टॉप के अंतर्गत होगी. इस सड़क के बनते ही नई सड़क श्रीनगर शहर बायपास होते हुए लद्दाख और जम्मू के बीच एक नया रास्ता मुहैया कराएगी. इस सड़क की खास बात यह है कि 22 किलोमीटर लंबा यह रूट हर मौसम में तीर्थयात्रियों के लिए खुला रहेगा.
राष्ट्रीय राजमार्ग और आधारभूत संरचना विकास निगम लिमिटेड (NHIDCL)द्वारा यह सड़क बनाई जाएगी. NHIDCL की ओर से NH-501 के खानाबल-बालटाल सेक्शन पर ‘शेषनाग सुरंग’ का कंस्ट्रक्शन का जिम्मा एनएचआईडीसीएल के पास है. इस पूरी परियोजना के लिए केंद्र सरकार बजट मुहैया कराएगी जबकि प्राइवेट सेक्टर का पार्टनर इंजीनियरिंग और निर्माण आदि जरूरतों में मदद करेगा.
5 साल बनेगी सड़क
सभी प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टेंसी (पीएमसी) फर्मों को डीपीआर पेश करने के लिए दस महीने का समय दिया जाएगा. माना जा रहा है कि सड़क के निर्माण में 5 साल का वक्त लगेगा. जम्मू और कश्मीर में अनंतनाग जिले के ऊपरी इलाकों में अमरनाथ पर्वत पर अमरनाथ मंदिर स्थित है. समुद्र तल से इसकी ऊंचाई 13,000 फीट है. वर्तमान में अमरनाथ गुफा मंदिर के दर्शन करने के लिए भक्त सिर्प पैदल या एक टट्टू के जरिए ही पहुंच सकते हैं. लिड्डर घाटी के अंत में एक संकरी घाटी में हिमालय के अंदर स्थित अमरनाथ गुफा मंदिर तक पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को काफी चुनौतियों से होकर गुजरना होता है. मंदिर तक पहुंचने वाले रास्ते पर अत्यंत कठिनाई होती है. यही वजह है कि अमरनाथ यात्रा मार्ग को जुलाई-अगस्त के पास श्रावण के महीने में ही खोला जाता है.
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