संतोष जायसवाल/चंदौली: सरकारी योजनाओं में लगातार भ्रष्टाचार की शिकायतों को देखते हुए जिलाधिकारी संजीव सिंह आज औचक निरीक्षण पर निकले. इस दौरान उन्होंने शहाबगंज ब्लॉक पीएससी शहाबगंज और पीएससी नवही का औचक निरीक्षण किया. डीएम सबसे पहले शहाबगंज ब्लॉक कार्यालय पहुंचे. यहां ब्लॉक कार्यालय में कई कर्मचारी उपस्थित पाए गए. जिलाधिकारी इस लापरवाही से काफी नाराज दिखे. उन्होंने कार्यालय उपस्थित सरकारी कर्मचारियों से रजिस्टर मंगवाया और सभी का बारीकी से अध्ययन किया. 


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आपको बता दें जिले के शहाबगंज ब्लॉक में मनरेगा योजना, अमृत सरोवर योजना, आवास शौचालय योजना में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार की शिकायत सामने आई हैं. शहाबगंज ब्लॉक केंद्र व प्रदेश सरकार की योजनाओं में भ्रष्टाचार का गढ़ बनता जा रहा है. लगातार मिल रही शिकायतों को देखते हुए डीएम संजीव सिंह ने ब्लॉक कार्यालय का औचक निरीक्षण किया. 


यही नहीं जिलाधिकारी ने शहाबगंज ब्लाक परिसर में स्थित पीएचसी का भी निरीक्षण किया. वहां भी कई स्वास्थ्य कर्मचारी नदारद मिले. शहाबगंज से चंदौली लौटते समय रास्ते में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अवहीं का भी डीएम ने निरीक्षण किया, वहां भी कई कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए. ड्यूटी के समय गायब कर्मचारियों की लापरवाही को देखते हुए जिलाधिकारी काफी नाराज हुए और उन्होंने इस मामले में कड़ी कार्रवाई करते हुए जहां अनुपस्थित आधा दर्जन कर्मचारियों का 1 दिन का वेतन रोकने का आदेश दिया. वहीं विभागीय कार्यवाही के साथ-साथ स्पष्टीकरण जारी करने के आदेश भी जिलाधिकारी ने दिए. 


जिलाधिकारी संजीव सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार की मंशा है कि सभी अधिकारी सुबह 1 घंटे अपने कार्यालय में जनसुनवाई करें जनता की समस्याओं को सुने. उसके बाद सरकारी योजनाओं क्रियान्वयन में जुट जाएं. वहीं मुख्यालय पर अधिकारियों को भी निर्देशित किया गया है कि वह लगातार ब्लॉक और तहसील कार्यालयों का निरीक्षण करते रहे ताकि कहीं कोई शिकायत सामने ना आये, जो लोग अनुपस्थित पाए गए हैं, उनका एक दिन का वेतन रोकने का आदेश दिया गया है. उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है और विभागीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं. 


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