Chandra Grahan 2023 Date: साल 2023 में पहला सूर्य ग्रहण 20 April को लग चुका है. ये भारत में दिखाई नहीं दिया था. अब जल्द ही साल का पहला चंद्र ग्रहण भी लगने जा रहा है.  ये चंद्र ग्रहण वैशाख पूर्णिमा यानी बुद्ध पूर्णिमा वाले दिन लगेगा. हिंदी पंचांग के अनुसार, 5 मई को वैशाख पूर्णिमा है. इस दिन साल का पहला चंद्र ग्रहण भी लगेगा. इस साल कुल 4 ग्रहण लगने जा रहे हैं. इनमे से दो सूर्य ग्रहण और दो चंद्र ग्रहण हैं.  


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हालांकि, ग्रहण का प्रभाव सभी राशियों पर अवश्य पड़ेगा. किसी के लिए अच्छा रहेगा तो किसी के लिए अशुभ रहेगा.  आइए जानते हैं इन चार राशियों के बारे में.अतः ग्रहण के दौरान जरूर सावधानियां  बरतनी चाहिए. ज्योतिषियों की मानें तो साल का पहला चंद्र ग्रहण 4 राशियों के लिए अशुभ रहने वाला है. वहीं चंद्र ग्रहण से कुछ घंटे पहले सूतक काल लग जाता है, जिसे ज्योतिष के नजरिए से शुभ नहीं माना जाता.


मेष राशि: मेष राशि के लोगों के लिए साल 2023 का चंद्र ग्रहण सच में ग्रहण जैसा हो सकता है. कहने का मतलब है कि ये अशुभ रहने वाला है.  इसलिए मेष राशि के जातकों को सतर्क रहने जरूरत है. व्यापार और कार्यों में कोई भी फैसला लेने से पहले सोच विचार जरूर करें. इससे आर्थिक नुकसान हो सकता है.  चंद्र ग्रहण के दिन इन जातकों मानसिक तनाव रह सकता है. मन की शांति के लिए इस दिन चंद्र मंत्र का जाप करें.


वृषभ राशि: मेष जातकों की तरह वृषभ राशि के जातकों के लिए भी साल का पहला चंद्र ग्रहण  अच्छा नहीं रहने वाला है. इन लोगों को कई मामलों में सावधान रहने की जरूरत है. किसी भी अनजान व्यक्ति से विवाद हो सकता है. पड़ोसियों से भी वाद विवाद हो सकता है. इसके साथ ही परिवार के सदस्यों के बीच मनमुटाव रहने वाला है. ये सब होने के चलते वृषभ राशि के जातकों का मन अशांत रहेगा.


कर्क राशि: कर्क राशि के लोगों के लिए साल का पहला चंद्र ग्रहण शुभ साबित नहीं होगा. आपको सेहत से जुड़ी परेशानियां घेर सकती है. नौकरी कर रहे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. ऑफिस में आप पॉलिटिक्स का शिकार हो सकते हैं.  चंद्र ग्रहण के दौरान देवों के देव महादेव महादेव की आराधना करें.


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सिंह राशि: सिंह राशि के जातकों के लिए भी साल का पहला चंद्र ग्रहण उचित साबित नहीं होने वाला है. आपको इस दिन शाम को कोई अप्रिय  घटना की सूचना मिल सकती है. सेहत में गिरावट आ सकती है.  परिवार के सदस्यों का ख्याल रखें. बिजनेस में कोई बड़ा फैसला किसी और दिन के लिए टाल दें. किसी भी प्रकार तत्कालीन निर्णय न लें सोच समझकर फैसले लें. घर के छोटे बच्चों का ध्यान रखें.  


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कब लगता है चंद्र ग्रहण
वैसे तो चंद्र ग्रहण एक भौगोलिक घटना है, लेकिन पौराणिक मान्यता है कि पूर्णिमा की रात जब राहु और केतु चंद्रमा को निगलने की कोशिश करते हैं, तब चंद्र ग्रहण लगता है.  


तीन प्रकार के होते हैं ग्रहण
ग्रहण तीन प्रकार के होते हैं, जो क्रमशः आंशिक चंद्र ग्रहण, उपच्छाया चंद्र ग्रहण और पूर्ण चंद्र ग्रहण हैं.  आंशिक चंद्र ग्रहण में चंद्रमा का कुछ भाग दिखाई नहीं देता है. तो उपच्छाया चंद्रग्रहण पड़ने पर आकार में कोई बदलाव नहीं होता है. जबकि, पूर्ण चंद्रग्रहण में चंद्रमा के आकार में परिवर्तन होता है. जैसे  भारत में सूर्य ग्रहण नहीं दिखाई दिया था वैसे ही ये चंद्र ग्रहण भी यहां दिखाई नहीं देगा.  विश्व के कई देशों में चंद्र ग्रहण दिखाई देगा. इसके लिए सूतक भी मान्य नहीं होगा.


Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है. सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक पहुंचाई गई हैं. हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है. इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी. ZEE UPUK इसकी जिम्मेदारी नहीं लेगा.


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