Republic Day 2023 Gallantry Award: गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर वीरता पुरस्कारों का ऐलान किया गया है. इसमें अंधाधुंध गोलीबारी कर रहे साथी को काबू करने का साहस दिखाने वाले केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के एक जवान को वीरता के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है. 


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बेकाबू साथी को साहस दिखा काबू में किया 
अधिकारियों ने बताया कि 2017 में बिहार स्थित एक बिजली संयंत्र में 4 कर्मियों की कथित तौर पर हत्या करने वाले कांस्टेबल बलवीर सिंह को हेड कांस्टेबल राजेश सिंह ने काबू किया था. उन्होंने कहा कि यह दुर्लभ अवसर है, जब किसी ऐसे कर्मी को वीरता पदक दिया गया है जिसने एक दर्दनाक घटना को रोकने का साहस दिखाया. 


12 जनवरी 2017 की वह दर्दनाक घटना 
सीआईएसएफ ने एक बयान में कहा कि हेड कांस्टेबल राजेश सिंह 12 जनवरी, 2017 को बिहार के औरंगाबाद जिले में ‘नबीनगर पावर जनरेशन कंपनी लिमिटेड’ (एनपीजीसीएल) में तैनात थे और इसी दौरान उनके साथी कांस्टेबल बलवीर सिंह ने कथित तौर पर अपनी राइफल से गोलियां चलाईं और चार सहयोगियों की हत्या कर दी. कांस्टेबल बलवीर सिंह परिसर के नए बैरक की छत पर पहुंचा, जिसे राजेश सिंह ने चुनौती दी. इस दौरान राजेश के पास कोई हथियार नहीं था.


यूपी में तैनात हैं कांस्‍टेबल राजेश सिंह 
यह जानते हुए कि कांस्टेबल बलवीर सिंह गुस्से से बेकाबू है और उसके पास हथियार है और वह राजेश सिंह की जान भी ले सकता है. हेड कांस्टेबल ने साहस का परिचय देते हुए बलवीर सिंह से इनसास राइफल छीन ली और इसे दूर फेंक दिया. राजेश सिंह ने कांस्टेबल बलवीर सिंह को भी दबोच लिया और उसे जमीन पर पटक दिया, जिसे बाद में स्थानीय पुलिस को सौंप दिया गया. हेड कांस्टेबल राजेश सिंह वर्तमान में उत्तर प्रदेश के लखनऊ में तैनात हैं.