इम्यूनिटी बढ़ाते हैं खट्टे फल, सेवन से वजन कंट्रोल रहने के साथ ही मिलते हैं कई फायदे, जानें
खट्टे फल विटामिन सी का मुख्य स्त्रोत होते हैं. इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी स्ट्रांग होती है. खट्टे फलों के सेवन से सेहत को कई तरह के फायदे होते हैं. यहां जानें
Citrus Fruits Benefits: हेल्थ एक्सपर्ट्स हमेशा से ही खट्टे फलों जैसे की संतरा, मौसंबी, कीनू, नींबू, अंगूर, कीवी, आलू बुखारा आदि को प्रचूर मात्रा में अपनी डाइट में शामिल करने की सलाह देते हैं. कोविड-19 की शुरुआत होने पर भी ज्यादा से ज्यादा खट्टे फलों के सेवन पर जोर दिया गया. इसकी वजह यह है कि खट्टे फल विटामिन सी का मुख्य स्त्रोत होते हैं. इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी स्ट्रांग होती है. खट्टे फलों के सेवन से सेहत को कई तरह के फायदे होते हैं. आज हम आपको इनसे जुड़े कई फायदों के बारे में बता रहे हैं.
कई गुणों की खान हैं खट्टे फल
खट्टे फल एंटीऑक्सीडेंट, न्यूट्रिएंट्स, विटामिन सी, फाइबर, पोटेशियम आदि से लबरेज होते हैं. रिसर्च में यह बात निकलकर सामने आई है कि ये सभी न्यूट्रिएंट्स क्रोनिक कंडीशन जैसे कैंसर, हार्ट डिजीज, ब्रेन डिजीज, किडनी स्टोन आदि से बचाने में हमारी काफी मदद करते हैं.
कई खतरनाक बीमारी से करते हैं सुरक्षा
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, खट्टे फलों में फ्लेवोनॉएड्स प्रचूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं. फ्लेवोनॉएड्स मानव मस्तिष्क को हेल्दी रखते हैं. पार्किंसंस रोग, अल्जाइमर्स डिजीज, डिमेंशिया आदि रोगों के होने के जोखिम को भी कम करते हैं.
वजन कंट्रोल करते हैं
खट्टे फलों में फाइबर की मात्रा अधिक होने से इनके नियमित सेवन से वजन कंट्रोल में रहता है. ब्लड शुगर स्थिर रहता है, जिससे पेट देर तक भरा रहता है. इन फलों का जूस बनाकर पीने की अपेक्षा इन्हें काटकर खाएं. जूस बनाने से इनमें फाइबर की मात्रा कम हो जाती है.
किडनी स्टोन की संभावना को कम करते हैं
यूरिन में खनिजों की ज्यादा कॉन्सेंट्रेशन (सांद्रता) होने से गुर्दे में पथरी या मिनरल क्रिस्टल निर्माण की वजह बन सकती है. मिनरल क्रिस्टल बहुत दर्दनाक हो सकता है. यूरिनरी सिट्रेट के लेवल में कमी होने के कारण भी एक खास तरह का किडनी में स्टोन हो सकता है. एक स्टडी के मुताबिक, बेहद कम मात्रा में खट्टे फलों के सेवन से गुर्दे में स्टोन होने की संभावना ज्यादा बढ़ जाती है. खट्टे फल यूरिन में सिट्रेट का स्तर बढ़ाते हैं, जो स्टोन की संभावनाओं को काफी हद तक कम करते हैं.
डिस्क्लेमर-इस लेख में दी गई सेहत से जुड़ी तमाम जानकारियों को सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है. इसे किसी बीमारी के इलाज या फिर चिकित्सा सलाह के तौर पर नहीं देखना चाहिए. यहां बताए गए टिप्स पूरी तरह से कारगर साबित होंगे इसका हम कोई दावा नहीं करते हैं. यहां दिए गए किसी भी टिप्स या सुझाव को आजमाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें.
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