मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में धड़ल्ले से चल रहे देह व्यापर को जिला प्रशासन ने साल 2019 में बाद बंद करवा दिया था. देहली गेट थाना स्थित कबाड़ी बाजार में चल रहे जिस्मफरोशी के धंधे को प्रशासन ने सख्ती दिखाकर लगभग 70 कोठे बंद करवा दिए थे. अब करीब चार साल बाद सिटी मजिस्ट्रेट ने ब्रह्मपुरी व देहलीगेट पुलिस से रिपोर्ट लेने के बाद सशर्त कोठे खोलने के आदेश दे दिए हैं. अदालत से आदेश मिलने के बाद महिलाओं ने पुलिस पुलिस अधिकारियों से सुरक्षा मांगी है. इस मामले में महिलाओं का कहना है कि कोठे दोबारा से खुलने पर स्थानीय लोग और यहां के व्यापारी  हंगामा कर विरोध कर सकते हैं.


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2019 में हुए थे 70 कोठे बंद 
जिला प्रशासन ने जिस्म फरोशी के धंधे पर सख्ती दिखाते हुए मेरठ स्थित कबाड़ी बाजार में साल 2019 में करीब 70 कोठों पर ताला लगा दिया था. इसके बाद कोठा चलाने वाले लगातार क़ानूनी लड़ाई लड़ रहे थे. स्थानीय व्यापारियों ने इस मामल में अधिक जानकारी देते हुए बताया कि देह व्यापार करने वालों ने यह कोठे किराए पर लिए थे. इन्ही कोठों में देह व्यापार चलाया जाता था. 


सिटी मजिस्ट्रेट ने दी अनुमति 
इस मामले में हाईकोर्ट ने आदेश जारी किया था कि ब्रह्मपुरी थाने  व देहलीगेट थाने की रिपोर्ट लेकर प्रशासनिक अधिकारी अपनों रिपोर्ट जल्द से जल्द प्रस्तुत करें. आपको बता नदें कि सिटी मजिस्ट्रेट राहुल विश्वकर्मा की अदालत में इस मामले की सुनवाई चल रही थी. वहीं कोठे के मालिकों ने शपत पत्र दिया था कि इन कोठों में किसी भी प्रकार का गलत काम नहीं किया जाएगा.


नहीं होगा देह व्यापार 
इन कोठों के मालिकों ने कोर्ट में शपत पात्र दाखिल किया था कि किसी भी कोठे में देह व्यापर का संचालन नहीं किया जाएगा. उन्होंने अदालत को बताया कि या,तो वो लोग इन कोठों में रहेंगे या फिर किसी व्यापार का संचालन करेंगे. कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद इलाके में आने वाले दो थानों की पुलिस से महिलाओं ने सुरक्षा की मांग की है. कोठे के मालिकों ने बताया कि कुछ लोग उनके परिवार पर हमला कर सकते हैं. वहीं इस मामले में थाना प्रभारी देहलीगेट ने अधिक जानकारी देते हुए बताया कि सुरक्षा मुहैया करवाने के लिए उनके पास सिर्फ कॉल आई थी. हालांकि कोर्ट से आदेश अभी तक उनको नहीं मिले हैं.  


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