गाजीपुर: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गाजीपुर (Ghazipur) में एक अधिकारी का विवादित बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. सेवराई तहसील के शक्तिपीठ के रूप में विख्यात मां कामाख्या धाम पर कुछ अधिकारी पहुंचे थे. दरअसल, मंदिर से लौटकर एक अधिकारी ने मंदिर में आस्था रखने वाले लोगों को बेवकूफ बता डाला. आइए बताते हैं पूरा मामला.


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तहसीलदार साहब के बिगड़े बोल
जानकारी के मुताबिक आज दर्शन पूजन करने के लिए डा. अखिलेश कुमार मिश्रा आईएएस विशेष सचिव उच्चशिक्षा उत्तर प्रदेश शासन एवं नामित नोडल अधिकारी के साथ मुख्य विकास अधिकारी श्रीप्रकाश गुप्ता, एसडीएम सेवराई और नायब तहसीलदार हिम्मत बहादुर मंदिर पहुंचे थे. 


मंदिर से दर्शन पूजन कराकर लौटने के बाद सेवराई तहसील के नायब तहसीलदार हिम्मत बहादुर अपना हिम्मत दिखाते हुए देवी-देवताओं या मंदिरों में पूजा करने वाले लोगों का विरोध शुरू कर दिया. इस दौरान उन्होंने विवादित बयान भी दे डाला. नायब तहसीलदार सार्वजनिक स्थान पर मंदिर में पूजा या आस्था रखने वाले लोगों को बेवकूफ बता रहे थे. उनको शायद ये पता न चला हो, लेकिन कुछ लोगों ने हिम्मत बहादुर के बदजुबानी को कैमरे में कैद कर लिया. जब उनसे इस बाबता कुछ सवाल किए गए, तब भी वो भड़क गए.


आयोध्या में निर्माण हो रहे राम मंदिर को दुकानदारी बताया
नायब तहसीलदार बड़ी बेअदबी से जवाब देते हुए कहा कि मंदिर में आस्था रखने वाले लोग बेवकूफ हैं. अयोध्या में बनने वाला राम मंदिर डंके की चोट पर कहता हूं कि दुकानदारी इस बात को जहां भेजना है भेज दीजिए. मैं किसी से डरने वाला नहीं हूं, इतना कमजोर नहीं हूं. मौके पर उपस्थित लेखपालों ने जब देखा कि नायब तहसीलदार हिम्मत बहादुर काफी देवी देवताओं के ऊपर अनाप-शनाप कर रहे हैं, तो उन्हें पकड़कर अंदर कमरे में लेकर चले गए. अब देखना है ये हिम्मत बहादुर की इस बड़बोल बहादुरी पर क्या एक्शन होता है.