अतुल सक्सेना/मैनपुरी: स्वामी प्रसाद मौर्या ने सरकार द्वारा रामनवमी पर रामचरित मानस का पाठ कराए जाने को लेकर विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा कि पूरे देश के लोगों ने अपने आप रामचरित मानस का पाठ करना बंद कर दिया है. इसलिए सरकार अपने खर्चे से रामचरितमानस का पाठ कराने को मजबूर हो रही है, जो रामचरित मानस का पाठ कराने की बात कर रहे हैं, वो देश की महिला, आदिवासी और पिछड़ों के सम्मान के दुश्मन हैं.


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स्वामी प्रसाद मौर्या ने एक बार भी तुलसीदास के महाकाव्य को लेकर कहा
स्वामी प्रसाद मौर्या ने एक बार भी तुलसीदास का महाकाव्य रामचरितमानस को दुनिया का सबसे विवादित काव्य बताया है. मीडिया से बातचीत करते हुए स्वामी प्रसाद मौर्या ने कहा कि रामचरित मानस में महिलाओं को प्रताड़ित करने, शुद्र समाज को अपमानित करने और जातिसूचक शब्द कहने का काम करती है. उसका पाठ कराने का मतलब सरकार इनके सम्मान की दुश्मन है. इसीलिए इसका बढ़ावा देने के लिए सरकार ने खजाना खोल दिया है. स्वामी प्रसाद मौर्या ने इस दौरान देश के तमाम मुद्दों पर जमकर बयान दिया है.