अजय कश्यप/बरेली: क्या हो जब खाता खुलवाकर आपको साथ ठगी की जाए. ऐसा ही मामला उत्तर प्रदेश के बहराइच में सामने आया है, जहां नाइजीरियन ठगों के गिरोह के तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. बता दें कि नाइजीरियन साइबर ठगों को बैंक खाता मुहैया कराने वाले धंतिया के तीन गुर्गे फतेहगंज पश्चिमी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आइए बताते हैं पूरा मामला.


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कमीशन खोरी के चक्कर में होती थी नाइजीरियन से साइबर ठगी
आपको बता दें कि बैंक खाता खोलते समय साइबर ठगी का खेल होता था. जानकारी के मुताबिक दस-दस प्रतिशत कमीशन पर आरोपित नाइजीरियन गिरोह के लिए काम करते थे. इसके तहत जो व्यक्ति अपने नाम से खाता खुलवाता, उसे दस प्रतिशत कमीशन मिलता था. खाता खुलवाने वाले को दस प्रतिशत रकम मिलती थी. इसके बाद जैसे ही खाता खुलता था, उस खाते का संचालन नाइजीरियन गिरोह अपने हाथ ले लेता थे. 


कमीशन छोड़ निकाल लेते थे बाकि की रकम
इसके बाद वह कमीशन की रकम छोड़, बाकि की रकम निकाल लेते थे. वहीं,  पकड़े गए आरोपितों के पास से कार, लैपटाप, आधार कार्ड, पैन कार्ड, एटीएम कार्ड और उनके पिन बरामद किए गए हैं. फतेहगंज पश्चिमी पुलिस की मानें तो पूछताछ के दौरान आरोपितों ने अपना नाम साजिद खां, मोईन खान और मोहम्मद राशिद बताया है. सभी धंतिया के रहने वाले हैं. वहीं, पूछताछ के दौरान आरोपितों ने स्वीकारा कि उनके साथ गांव का भूरा उर्फ अफसर अली, जाबिर व राशिद खां भी काम करते हैं.


आरोपितों के पास से बरामद हुईं ये चीजें
बरेली पुलिस को आरोपितों के पास से चार बैंक आफ, बदौड़ा के मिनी स्टेटमेंट की पर्ची, दो पासबुक, एचडीएफसी बैंक व पंजाब नेशनल बैंक, तीन चेकबुक, पांच मेट्रो कार्ड, 11 एटीएम कार्ड व चार एटीएम के पिन कोड, एक लैपटाप एचपी कंपनी का, चिप लगा नेट सेंटर मिला है. इसके अलावा आठ मोबाइल फोन, जिसमें दो एंड्राइड और 6 कीपैड वाले फोन भी शामिल हैं. इसके अलावा उनके पास से 18 हजार रुपये की नकदी भी मिली हैं.


पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ने दी जानकारी
इस मामले में बरेली पुलिस अधीक्षक ग्रामीण राज कुमार अग्रवाल ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि तीनों आरोपितों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है. गिरफ्तार आरोपियों को जेल भेज दिया गया. वहीं, फरार चल रहे तीनों आरोपितों को मामले में वांछित किया गया है.